उत्तर प्रदेश के बाहुबली और पूर्व सांसद अतीक अहमद अब वाराणसी से पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। हालांकि अभी अटकलें चल रही हैं कि वह निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे। लेकिन शिवपाल सिंह की पार्टी ने उन्हें वाराणसी से टिकट लड़ने का ऑफर दिया है। अतीक के चुनाव लड़ने का सीधा नुकसान कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को होगा।

असल में राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी अतीक अहमद को पीछे से मदद कर रही है। ताकि वाराणसी में मुस्लिम वोट एसपी और कांग्रेस प्रत्याशी को न मिले। अगर अतीक वहां से लड़ते हैं तो जाहिर है कि वह एसपी और कांग्रेस के ही वोट बैंक को प्रभावित करेंगे। अतीक फूलपुर से सांसद रह चुके हैं और फिलहाल जेल में हैं। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अहमदाबाद जेल में स्थानांतरित करने का आदेश दिया था।

क्योंकि अतीक के गुर्गों ने लखनऊ में एक कारोबारी का अपहरण किया था और फिर उसे बलिया जेल में अतीक के सामने पेश किया था। दो दिन पहले ही यूपी सरकार ने बलिया के जेलर को निलंबित कर दिया है। दो साल पहले राज्य में हुए लोकसभा उपचुनाव में अतीक फूलपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि उस वक्त भी हवा उड़ी थी कि योगी सरकार के दबाव में अतीक चुनाव लड़ रहे हैं।

ताकि मुस्लिम वोट एसपी की तरफ न जाए। हालांकि चुनाव लड़ने के लिए अतीक ने कोर्ट में अर्जी दी है और अगर उन्हें तीन हफ्ते की पैरोल नहीं मिलती है तो अतीक अहमद जेल से भी चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने उन्हें वाराणसी से टिकट ऑफर किया है।