नई दिल्ली। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों खासतौर से हिंदुओं पर होने वाले अत्याचार को पोल वहां के मशहूर क्रिकेटर शोएब अख्तर ने खोल दी है। अख्तर ने माना है कि पाकिस्तान में साथी क्रिकेटर दानिश कनेरिया के साथ पाकिस्तानी मुस्लिम खिलाड़ी खाना तक नहीं खाते थे, जबकि कनेरिया ने पाकिस्तान को कई सीरिज जिताई। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर होने वाले अत्याचार और भेदभाव की पोल खुली हो।

सोशल मीडिया में अख्तर ने एक विडियो पोस्ट किया है और जिसमें वह कह रहे हैं कि पाकिस्तान के क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान को कई सीरिज जिताई लेकिन दानिश के हिंदू होने के कारण उन्हें क्रेडिट भी नहीं मिलता था। अख्तर ये भी बताया कि दानिश के साथ पाकिस्तानी क्रिकेटर किस तरह का व्यवहार करते थे। उन्होंने बताया है कि पाकिस्तानी क्रिकेटर कनेरिया के साथ खाने पर भी ऐतराज जताते थे। इस बात को लेकर उनकी कई क्रिकेटर के साथ लड़ाई भी हो गई थी।

असल में माना जा रहा कि पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ गए हैं। पाकिस्तान में जब से इमरान खान की सरकार आई है पाकिस्तान में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं। असल में भारत में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ उत्पीड़न की घटनाएं सामने आई हैं और इसके पीछे पाकिस्तान की सरकार का हाथ है। भाजपा नेता अमित मालवीय का कहना है कि जब पाकिस्तान के दिग्गज बोलर शोएब अख्तर बोल रहे हैं कि पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है तो सभी खामोश हैं।

उन्होंने कहा कि जब दानिश कनेरिया जैसे क्रिकेटर को हिंदू होने की वजह से अलग-थलग रखा जाता था। तो आम लोगों की क्या स्थिति होगी। अपने वीडियो में शोएब अख्तर कह रहे हैं कि उन्होंने कनेरिया को लेकर कई लोगों के साथ झगड़ा किया। अगर कोई हिंदू है तो वह खेलेगा और दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान को कई टेस्ट सीरीज जिताई। अख्तर कहते हैं कि कई खिलाड़ी कनेरिया के साथ खाना नहीं खाते थे और बोलते थे कि वह खाना क्यों ले रहा है? मैंने कहा कि तुम्हें उठाकर बाहर फेंक दूंगा। तेरे मुल्क को वो बंदा 6-6 आउट करके दे रहा है। नाम भले ही मेरा चला, लेकिन सीरीज तो दानिश ने जिताई थी।

हालांकि अख्तर का वीडियो आने के बाद कनेनिया ने कहा कि वह सही कह रहे हैं और हिंदू होने के नाते पाकिस्तानी टीम के कई खिलाड़ी मेरे साथ खाना तक नहीं खाते थे, क्योंकि मैं एक हिंदू था और अब मैं इन लोगों के नाम जाहिर कर सकता हूं। यहां तक कि जब कनेरिया पर मैच फिक्सिंग के कारण पांच साल का बैन लगा तो उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में अपील की, लेकिन हिंदू होने के नाते बोर्ड उनकी  अपील को खारिज कर दिया था।