रामपुर। समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान लगातार झटके पर झटके मिल रहे हैं। जिस जौहर यूनिवर्सिटी को नियमों को ताक पर रखकर बनाया। अब उसी को लेकर उन्हें झटके लग रहे हैं। रामपुर जिस आजम खान खान की तूती बोलती थी, उनके खिलाफ अब कार्यवाही शुरू हो गई है। अब जिला प्रशासन ने जौहर यूनिवर्सिटी के लिए अवैध तरीके से दलितों किसानों से ली जमीन को खाली करा लिया है। जिला प्रशासन ने आजम के कब्जे में104 बीघा जमीन को कब्जे में लेने के बाद सपा सांसद एक और झटका दिया है।

गौरतलब है कि आजम खान के खिलाफ रामपुर में छह दर्जन से ज्यादा मुकदमें चल रहे हैं। इसमें कई मामले जमीन कब्जाने को लेकर हैं। यही नहीं सपा सरकार के दौरान जिस जौहर यूनिवर्सिटी को नियमों में ताक में रखकर बनाया गया। अब जिला प्रशासन उसी के खिलाफ कार्यवाही कर रहा है। क्योंकि आजम खान ने कोसी नदी के किनारे की खेती की जमीन को नियमों को ताक में रखकर जिला प्रशासन से जौहर यूनिवर्सिटी के लिए आवंटित करा ली थी।

लिहाजा अब जिला प्रशासन ने उस जमीन को अपने कब्जे में लेकर 26 किसानों को जमीन वापस दिलाने का काम शुरू कर दिया है। पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में 18 किसानों को उनकी जमीन पर कब्जा दिलाया गया है। फिलहाल जिला प्रशासन ने जौहर यूनिवर्सिटी पर प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। जहां जिला प्रशासन ने 104 बीघा जमीन को कब्जे में लेने की कवायद शुरू की है वहीं सेस जमा न करने पर यूनिवर्सिटी के दो भवनों को सील किया गया है। 

एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश तिवारी और शाहबाद के एसडीएम प्रवीन कुमार की मौजूदगी में किसानों ने अपनी-अपनी जमीन के कागजातों के मुताबिक कब्जानी शुरू कर दी। करीब तीन घंटे तक यूनिवर्सिटी के कब्जे वाली जमीन को किसानों को बांटा गया। गौरतलब है कि जिले के 26 किसानों ने अपनी जमीन पर कब्जे को लेकर जौहर यूनिवर्सिटी पर आरोप लगाया था। लेकिन पिछली सपा सरकार में किसानों की सुनवाई नहीं हुई। लेकिन जैसे ही राज्य में सपा की सरकार आई, किसानों की शिकायत पर जौहर यूनिवर्सिटी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।