माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हुई हत्या के मामले में पुलिस ने जौनपुर के बसपा के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को क्लीन चिट दे दी। पुलिस की तरफ से बागपत कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट में धनंजय सिंह का नाम नहीं है। इस चार्जशीट में केवल आरोपी के रुप में अकेले सुनील राठी का नाम शामिल है।

गौरतलब है कि बागपत जेल में मारे गए माफिया मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने बसपा के पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया था। मुन्ना बजरंगी और बाहुबली

धनंजय सिंह में वर्चस्व की जंग चलती थी। हालांकि, इस लड़ाई में धनंजय सिंह खुद खुलकर सामने नहीं आया लेकिन मुन्ना बजरंगी के साले पुष्पजीत और करीबी तारिक की हत्या में धनंजय सिंह और डेप्युटी एसपी (रिटायर्ड) के बेटे प्रदीप सिंह का नाम उछला था।

गौरतलब है कि बीते नौ जुलाई की सुबह बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। जेल में बंद कुख्यात सुनील राठी ने अफसरों के सामने बजरंगी की हत्या करना कुबूल किया था।

पुलिस ने उसकी निशानदेही पर जेल के सेफ्टी टैंक से एक पिस्टल, दो मैग्जीन और 22 कारतूस बरामद किए थे। उस मामले में बागपत जेल प्रशासन की ओर से सुनील राठी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई थी। बाद में मय मैग्जीन पिस्टल की बरादमगी के मामले में खुद बागपत पुलिस एफआइआर दर्ज की थी।

 उधर, मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने भी तहरीर दी थी। उसमें पूर्व सांसद धनंजय सिंह, रिटायर्ड डिप्टी एसपी जेएम सिंह के अलावा प्रदीप कुमार उर्फ पीके, मेराज, विकाश उर्फ राजा को नामजद की थी।

पुलिस सीमा सिंह की तहरीर को अपनी विवेचना में शामिल कर लिया था। लेकिन अब जबकि हत्या की चार्ज शीट भी दाखिल हो गई है और उसमें सीमा सिंह की ओर से नामजद लोगों का नाम शामिल नहीं होने से माना जा रहा है कि पुलिस उन्हें एक तरह से अपनी ओर से क्लीन चिट दे दी है।