नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर बांग्लादेश में भी शोक की लहर दौड़ गई है और पीएम शेख हसीना ने देश में एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। हसीना ने प्रणब दा को बांग्लादेश का सच्चा दोस्त बताया है और उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखकर उनके निधन पर दुख जताया है और संवेदनाओं को भी व्यक्त किया है।
 
देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार को दिल्ली स्थित सैन्य अस्पताल में निधन हो गया था और वह  84 साल के थे। उन्हें 10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और जहां उन्हें कोरोना संक्रमण की शिकायत की पुष्टि हुई थी।  वहीं प्रणब दा के निधन पर दुनिया के कई देशों ने शोक व्यक्त किया है और उनके निधन पर दुख जताया है। वहीं पड़ोसी देश बांग्लादेश ने उनके निधन पर एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। प्रणब दा की बांग्लादेश के काफी करीबी माने जाते थे और उन्होंने कभी बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना की मदद की थी। वहीं शेख हसीना ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रणब दा बांग्लादेश के सच्चे मित्र थे और दोनों देशों के रिश्तों को बेहतर बनाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। वहीं बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार ने उनके निधन पर बांग्लादेश में एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है।

शेख हसीना ने लिखा कि प्रणब दा बांग्लादेश के सच्चे मित्र थे और बांग्लादेशी लोगों के बीच उन्हें बहुत प्यार और सम्मान हासिल था। बांग्लादेश ने उन्हें 2013 में बांग्लादेश मुक्तियुद्ध सम्मान से नवाजा था और उनके निधन पर सरकार ने एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। हालांकि भारत सरकार ने  उनके निधन पर 7 दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया है। बताया जाता है कि शेख हसीना, प्रणव दा और उनकी दिवंगत पत्नी शुभ्रा के काफी करीबी रिश्ते थे और भारत में शरण लेने के दौरान दोनों परिवारों के रिश्तों में प्रगाढ़ता आई थी। वहीं शेख हसीना के स्वदेश लौटने के बाद भी रिश्ते वैसे ही रहे और शुभ्रा मुखर्जी के के वक्त शेख हसीना खास तौर पर दिल्ली आईं थी।