नई दिल्ली। भारत और बांग्लादेश के होने वाले क्रिकेट मैच पर संकट के बादल गहरा गए हैं। क्योंकि बांग्लादेशी क्रिकेट टीम के खिलाड़ी हड़ताल पर चले गए हैं। क्रिकेट अपनी 11 मागों को लेकर हड़ताल पर गए हैं। वहीं इस विवाद ने बड़ा रूप ले लिया है।

आज बांग्लादेश क्रिकेट टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों ने एक प्रेस कांफ्रेंस की। जिसमें उन्होंने देश में क्रिकेटर के संचालन को लेकर बोर्ड के रवैये पर अपनी नाराजगी जताई। जिसमें  उन्होंने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के साथ चल रहे विवाद के बाद हड़ताल पर जाने का फैसला किया। खिलाड़ियों का कहना है कि बोर्ड का रवैया सही नहीं और तानाशाही है। जिसके कारण उन्हें हड़ताल पर जाना पड़ रहा है। लिहाजा खिलाड़ियों के हड़ताल पर जाने के बाद बांग्लादेश और भारत के बीच भारत में होने वाले क्रिकेट मैच पर अनिश्चितता के बादल गहरा गए हैं।

बांग्लादेश क्रिकेट टीम के वरिष्ठ खिलाड़ी कप्तान शाकिब अल हसन की अगुवाई में की गई प्रेस कांफ्रेंस में साफ कहा गया है कि जब तक बोर्ड उनकी 11 मांगों को नहीं मानता है तो वह किसी भी क्रिकेट गतिविधि में हिस्सा नहीं लेंगे। असल में बांग्लादेश में  बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड आईपीएल की तरह देश में शुरू हुए बांग्लादेश प्रीमियर लीग के नियमों में बदलाव किया है। जिसके तहत प्लेइंग इलेवन में कम से एक एक लेग स्पिनर को शामिल करना अनिवार्य किया गया है।

वहीं इस नियम को न मानने पर दो टीमों के प्रमुख कोच को बोर्ड ने निलंबित कर दिया है। जिसके बाद क्रिकेटरों में नाराजगी जताई है।  बांग्लादेश की टेस्ट और टी20 टीम के कप्तान शाकिब अल हसन शाकिब अल हसन का कहना है कि क्रिकेटरों पर दबाव बढ़ाया जा रहा है। गौरतलब है कि बांग्लादेश टीम का भारत दौरा 3 नवंबर से शुरू होगा और इसके तहत तीन टी20 मैचों की सीरीज खेली जानी है। वहीं इसके बाद दोनों टीमें दो टेस्ट मैच खेलेंगी।