अब बैंकिंग सुविधा गरीबों के घर तक पहुंचेगी। सरकार जल्दी ही इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आइपीपीबी) शुरू करने जा रही है। इस बैंक के शुरू होने के साथ ही डाकिया बैंक की सुविधा हर घर तक पहुंचा देगा।

देश के कोने-कोने में मौजूद डाककर्मी इस कार्य को अंजाम देंगे। पोस्ट ऑफिस के वर्तमान खाताधारकों को भी इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की सुविधा स्वत: मिल जाएगी। इस बैंक से ऐसे वित्तीय परिवेश के विकास में सहायता मिलेगी जो डिजिटल होगा। इस बैंक की कार्यप्रणाली ग्राहकोन्मुखी और ग्राहक सेवा के अनुभव को अच्छा रखने पर केंद्रित होगी। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक वर्तमान पोस्टल व्यवस्था और नई तकनीक का सर्वाधिक इस्तेमाल करके बैंकिंग सुविधा की पहुंच को कई गुना बढ़ा देगा।

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अभी देश में जो बैंकिंग ढांचा है, उसमें बैंकिंग शाखाओं का एक तिहाई और एटीएम बूथों का लगभग छठा हिस्सा ही ग्रामीण भारत में है। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के कार्यशील होने के बाद यह परिदृश्य पूरी तरह बदल जाएगा। इसके 1.50 लाख से अधिक सुविधा केंद्रों में से 90 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण भारत में होंगे। इसके 2.50 लाख से अधिक एजेंट बैंकिंग सुविधा को हर घर तक पहुंचाएंगे। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक विश्व का सबसे बड़ा बैंकिंग नेटवर्क होगा जो विशेषत: ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान देगा।

31 दिसंबर 2018 तक यह बैंक पूरी तरह से डाक विभाग के नेटवर्क का इस्तेमाल करने लगेगा। जिसके दायरे में देश के कोने-कोने में स्थित 1.55 लाख सेवा केंद्र (डाक घर) और तीन लाख से अधिक पोस्टमैन और ग्रामीण डाक सेवक शामिल हैं। इसके चलते देश में ग्रामीण बैंक शाखाओं की संख्या 49,000 से बढ़कर 1,30,000 हो जाएगी। नई दिल्ली में 1 सितंबर को राष्ट्रीय लांच कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने आइपीपीबी का शुभारंभ किया।