बरेली: फैजाने मदीना कौंसिल का अध्यक्ष मोइन सिद्दीकी यानी चोटीकटवा को किला पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ  मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी ने आरोप लगाया था कि उनके खिलाफ चोटीकटवा ने शनिवार को एक प्रेस वार्ता की थी। जिसमें उन्होंने बताया कि चोटीकटवा मौलाना ने फतवा जारी कर तीन दिन में फरहत को देश से निकालने की धमकी दी थी। उन्हें इस्लाम से खारिज करने की बात कही।

 फरहत ने किला पुलिस को बताया था की उन्हें जान का खतरा है। उनके साथ कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है। एक साल पहले चोटी काटने पर 12 हजार रूपये का इनाम रखा था और जान से मारने की धमकी भी दी थी। तब से वह खुलेआम घूम रहा था। इस शिकायत के बाद किला पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर घर में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया।

चोटीकटवा मोइन सिद्दीकी का नया वीडियो वायरल होने के बाद से मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी की भड़ास रविवार को थाना किला पुलिस पर उतारी थी। डेढ़ साल पहले दर्ज कराई गई एफआईआर पर अब तक उसकी गिरफ्तारी न होने पर तमाम महिलाओं के साथ थाने पहुंची।

 इस बीच फरहत नकवी की इंस्पेक्टर से तीखी नोकझोंक हुई जिसके बाद वह महिलाओं के साथ थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गईं। इस पर फरहत ने कहा कि चोटीकटवा के खिलाफ उन्होंने डेढ़ साल पहले एफआईआर दर्ज कराई थी जिस पर अब तक पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया है। यही वजह है कि चोटी कटवा उन्हें अब फिर धमकियां देने लगा है। 

जिसपर इंस्पेक्टर ने कहा कि पुलिस कोर्ट से चोटीकटवा का वारंट जारी कराने की कार्रवाई की जा रही है। फरहत नकवी ने देर रात किला थाने में मोइन सिद्दीकी उर्फ चोटी कटवा के खिलाफ एक और तहरीर दे दी। फरहत का कहना था कि डेढ़ साल पहले उनकी चोटी काटने पर मोइन सिद्दीकी ने 11 हजार इनाम की घोषणा की थी। इस मामले में रिपोर्ट के बाद भी पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया है। 

जिसके बाद उसका साहस बढ़ गया और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में वह तीन दिन के अंदर उन्हें देश से निकालने का एलान कर रहा है। कह रहा है कि वे मुसलमान ही नहीं हैं, उन्हें काफिर बता रहा है। आनन-फानन में पुलिस की एक टीम बनाकर उसे चोटी कटवा की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी भी सौंप दी गई। रविवार को किला पुलिस ने दबिश देकर चोटीकटवा को गिरफ्तार कर लिया।