नई दिल्ली। बसंत पंचमी(Basant Panchami) आज है। हालांकि इसके मुहूर्त को लेकर कुछ लोगों में विवाद है। कुछ का कहना है कि बसंत पंचमी 29 को है तो कुछ का कहना कि 30 जनवरी को। लेकिन ये दोनों ही दिन है। क्योंकि 29 जनवरी( बुधवार) को पंचमी तिथि सुबह 10.46 से शुरू होगी, जो गुरुवार दोपहर 1.20 बजे तक रहेगी। लिहाजा इन दो दिनों में शुभ मुहूर्त पर कोई भी पूजा कर सकता है।
 
बसंत पंचमी(Basant Panchami) को मां सरस्वती का जन्मदिन माना जाता है और दिन मां सरस्वती की पूजा कर आर्शीवाद लिया जाता है। लेकिन इस बार बसंत पंचमी कुछ खास ग्रहों और राशियों के लिए शुभ मानी जा  रहा है। बसंत पंचमी (Basant Panchami) के दिन मां सरस्‍वती की पूजा की जाती है।

मां सरस्वती को विद्या की देवी माना जाता है और लोग अपनी शिक्षा के लिए मां सरस्वती की पूजा करते हैं। इस दिन लोग मंदिर में जाकर मां सरस्वती की पूजा करते हैं और मां से आर्शीवाद लेते हैं। इस दिन को पूजा के लिए शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि आज पांचांग तक नहीं देखा जाता और बसंत पंचमी (Basant Panchami)के दिन इस दिन कोई भी नया काम करना शुभ माना गया है।

दो दिन हैं बसंत पंचमी

इस बार बसंत पंचमी(Basant Panchami)का पर्व 29 औ 30 जनवरी है क्योंकि ये बुधवार से शुरू हो रही है और गुरुवार को दोपहर में समाप्त हो रही है।29 जनवरी( बुधवार) को पंचमी तिथि सुबह 10.46 से शुरू होगी, जो गुरुवार दोपहर 1.20 बजे तक रहेगी। लिहाजा इन दो दिनों में शुभ मुहूर्त पर कोई भी पूजा कर सकता है। इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है।

इन राशियों के लिए हैं शुभ

बसंत पंचमी का त्योहार वृश्चिक, धनु और मकर राशि के लिए बेहद ही शुभ है। क्योंकि आज बृहस्पति, मंगल और शनि स्वयं की राशि में रहेंगे. यानी स्वग्रही संयोग में बसंत पंचमी मनेगी। आचार्य जिज्ञासु जी के मुताबिक इस बार बसंत पचंमी के दिन मंगल वृश्चिक में, बृहस्पति धनु में और शनि मकर राशि में रहेंगे। इसके कारण शुभ कार्यों के लिए शुभ है। उनके मुताबिक मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए इस दिन सफेद और पीले फूल चढ़ाने चाहिए और मां सरस्वती के साथ ही भगवान विष्णु की भी पूजा  करनी चाहिए।

ऐसे करें पूजा

मां सरस्‍वती की पूजा करना काफी आसान है। सुबह नहाकर मां सरस्वती को पीले फूल अर्पित करें और मां सरस्वती की वंदना करें। अगर आपके मंदिर और पूजा स्थान पर वाद्य यंत्र और किताबें रखीं है तो उसकी पूजा करें। अपनी पूजा में बच्चों को भी शामिल करें। बच्चों को पीले कपड़े पहनाएं और हो सके तो आप भी पीले कपड़े पहनें।

बच्चे को कुशाग्र बनाने के लिए करें ये उपाय

अगर आपके घर में बच्चा है और आप चाहते हैं कि आपका बच्चा (शिशु) कुशाग्र बने तो बसंत पंचमी के दिन उसके जीभ पर चांदी के कलम या अनार के कलम से ऐं या ऊं लिखें। इसके बाद बच्चे के साथ सरस्वती पूजा करें।  

बच्चे को चांदी के चम्मच से खिलाएं खीर 

अपने घर में शिशु को बसंत पंचमी के दिन नए कपड़े पहनाएं और मां सरस्वती की पूजा करें। बच्चे को मां सरस्वती के लिए बनाए गए भोग(खीर) को चांदी के चम्मच से उसे खिलाएं। इससे मां सरस्वती की कृपा आपके बच्चे पर हमेशा बनी रहेगी।

अन्न प्राशन के लिए शुभ दिन

शास्त्रो के मुताबिक बसंत पंचमी का दिन बच्चे के अन्न प्राशन के लिए बेहद शुभ मानाा जाता है। आज के दिन ऐसा करने से शिशु को कुशाग्र बुद्धि मिलती है।

ब्राह्मणों को दें दान

बसंत पंचमी के दिन ब्राह्मणों को दान करना चाहिए। अगर आपके घर में छोटे बच्चे हैं और आप उनके लिए मां सरस्वती की पूजा कर रहे हैं तो उसके हाथ  से ब्राह्मण को दान करें। शिशु को ब्राह्मण का चरण स्पर्श कराने के बाद दान करें।