प्रयागराज--आस्था की नगरी प्रयागराज में चल रहे कुंभ का आज बड़ा और महत्वपूर्ण दिन है. बसंत पंचमी के दिन आज कुंभ में तीसरा और अंतिम शाही स्नान किया जा रहा है। इस पवित्र मौके पर भारी तादाद में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने कुंभ में शामिल हुए हैं।

बसंत पंचमी के दिन स्नान करने का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा, यमुना और और सरस्वती के संगम में स्नान करने से व्यक्ति को मोक्ष का प्राप्ति होती है और व्यक्ति को पूर्ण कुंभ स्नान का फल मिलता है। सूर्योदय से घंटों पहले ही लाखों श्रद्धालुओं ने बसंत पंचमी पर संगम में डुबकी लगाई।

कुंभ मेले का रविवार को तीसरा और अंतिम शाही स्नान है। कई लोग गंगाजल ले जाते हुए दिखे। तड़के दो बजे से पहले ही कई श्रद्धालु मेला क्षेत्र से बाहर निकलते और अपने-अपने गंतव्यों तक जाने के लिए वाहन की तलाश करते देखे गए।

श्रद्धालु जोश से भरे हुए थे और शीत लहर भी उनके उत्साह को कम नहीं कर सकी। ‘हर हर गंगे’ और ‘जय गंगा मैया’ के उद्घोष से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। पर्यटक विभिन्न स्थानों पर सेल्फी लेते हुए भी देखे गए। श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने पर पुलिस अधिकारियों ने उन्हें निकास मार्ग तक ले जाने के लिए निर्देश जारी किए।

कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि, ‘‘करीब 50 लाख श्रद्धालुओं ने सूर्योदय से पहले ही स्नान कर लिया।’’ गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में शाही स्नान कुंभ मेला के आकर्षण का केंद्र है।

इससे पहले दो शाही स्नान 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर और चार फरवरी को मौनी अमावस्या पर थे। तीसरा शाही स्नान बसंत पंचमी पर है जो वसंत ऋतु आने का अग्रदूत और देवी सरस्वती को समर्पित है। मेला प्रशासन के अनुसार अभी तक 14.94 करोड़ श्रद्धालु कुंभ मेले में आ चुके हैं।