-विधायकों की एकजुट रखने की जिम्मेदारी सांसद संजय सिंह पर

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भारत रत्न सम्मान वापस लिए जाने को लेकर आम आदमी पार्टी में वबाल शुरू हो गया है। आप विधायक अलका लांबा के द्वारा विरोध किए जाने के बाद उन पर कार्यवाही किए जाने की तैयारी आम आदमी पार्टी में शुरू हो गयी है। उधर इस मसले पर सभी विधायकों को एकजुट करने के लिए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने राज्यसभा सांसद संजय सिंह को आगे किया है। 
उधर सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने विधायक अलका लांबा से इस्‍तीफा ले लिया है और उनकी प्राथमिक सदस्‍यता भी रद्द कर दी गयी है। 

असल में शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भारत रत्न वापस लेने से जुड़ा एक प्रस्ताव पारित हुआ था और इसके विरोध में अलका लांबा ने सदन से वॉक आउट कर दिया था। हालांकि बाद में आम आदमी पार्टी ने बाद में इस प्रस्ताव पर यू-टर्न ले लिया। इस प्रस्‍ताव पेश होने के साथ ही आप में घमासान तेज हो गया है। एक ओर बागी तेवर अपनाते हुए अलका लांबा ने साफ कहा है कि प्रस्ताव में राजीव गांधी से भारत सम्मान वापस लेने की बात पहले से छपी थी।  वहीं विधानसभा स्पीकर राम निवास गोयल ने कहा है कि विधानसभा में पेश मूल प्रस्ताव में राजीव गांधी के नाम का जिक्र नहीं था और विधायक सोमनाथ भारती ने भावावेश में आकर हाथ से यह लिखा था।

उधर अब इस मामले में आप के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने विधानसभा की कार्यवाही का एक वीडियो जारी किया है। जिसमें राम निवास गोयल राजीव गांधी विरोधी प्रस्ताव पास को स्वीकार करते दिख रहे हैं। आप नेताओं पर लगातार हमला करने वाले मिश्र ने ट्वीट कर अरविंद केजरीवाल पर सीधे तौर पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हर बार की तरह इस बार भी आप के नेता को बली का बकरा बनाया गया। उधर अब इस मामले में आप ने सफाई देते हुए कहा कि यह प्रस्ताव मूल प्रस्ताव का हिस्सा नहीं है। उधर आप के भीतर विधायकों को एकजुट रखने के लिए अरविन्द केजरीवाल ने सांसद संजय सिंह को आगे किया है। संजय सिंह ने विधायकों की बैठक बुलाई है और उन्हें हिदायत दी है कि वह मीडिया के समक्ष कोई किसी तरह की बयानबाजी न करें।