भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के दस्तानों से 'बलिदान बैज' नहीं हटेगा। इस बारे में बीसीसीआई ने स्टैण्ड लिया है। उसने आईसीसी को एक खत लिखकर साफ किया है कि यह बैज लगाकर धोनी ने किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया है।
बीसीसीआई ने आईसीसी की अपील का जवाब देते हुए कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी ने आईसीसी द्वारा निर्धारित किसी भी नियम का उलंघन नहीं किया है। बीसीसीआई ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि नियम के मुताबकि ये लोगो ना तो किसी कमर्शियल ब्रांड का लोगो है, ना ही किसी धर्म से जुड़ा हुआ कोई चिन्ह बल्कि ये उनकी निजी भावना से जुड़ा हुआ है जिससे वह अपने देश की सेना के प्रति सम्मान व्यक्त कर रहे हैं जिसका उनको पूरा अधिकार है।
अब ये देखना होगा की इस पर आईसीसी की क्या प्रतिक्रिया होती है हालांकि आईसीसी पहले ही ये बात साफ़ कर चूका है की धोनी पर इस बात के लिए कोई जुर्माना नहीं लगेगा।
दरअसल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने एम एस धोनी को उनके विकेट कीपिंग दस्ताने से भारतीय सेना के प्रतीक चिन्ह को हटाने के लिए कहा है, क्योंकि आईसीसी का कहना है की ये निर्धारित प्रतीक चिन्ह की संख्या से अधिक है। दरअसल एक खिलाडी की जर्सी पर कितने लोगो हो सकते हैं इसकी एक संख्या आईसीसी निर्धारित करता है।
जिसपर आईसीसी के महाप्रबंधक और स्ट्रेटेजिक कम्युनिकेशंस, क्लेयर फर्लांग का कहना था कि प्रत्येक विकेट-कीपिंग ग्लव पर दो निर्माताओं के लोगो की अनुमति है। निर्माताओं के लोगो के अलावा किसी अन्य दृश्यमान लोगो की अनुमति नहीं है।
इससे पहले भी मार्च में, भारतीय खिलाड़ियों ने रांची में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान सशस्त्र बलों को श्रद्धांजलि के रूप में विशेष आर्मी कैप पहनी थी। धोनी ने मैच शुरू होने से पहले अपने साथियों को कैप पेश की थी।
आपको बता दें की आईसीसी के नियमों के मुताबिक खिलाड़ियों के कपड़ों या अन्य चीजों पर अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीति, धर्म या नस्लभेदी जैसी चीजों का संदेश नहीं होना चाहिए।' लेकिन ऐसी कई तस्वीरें आई हैं जिसमें पिच पर खिलाड़ियों को धार्मिक गतिविधियां करते हुए देखा गया है। लेकिन आईसीसी ने कभी इसपर आपत्ति नहीं जताई।
वहीँ खेल और युवा मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट में कहा है कि "सरकार खेल निकायों के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करती है, वे स्वायत्त हैं। लेकिन जब मुद्दा देश की भावनाओं से जुड़ा होता है, तो राष्ट्र के हित को ध्यान में रखना होता है। मैं बीसीसीआई से आग्रह करता हूँ की वह महेंद्र सिंह धोनी ग्लव्स मामला में उचित क़दम उठाए "
सरकार खेल निकायों के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करती है, वे स्वायत्त हैं। लेकिन जब मुद्दा देश की भावनाओं से जुड़ा होता है, तो राष्ट्र के हित को ध्यान में रखना होता है। मैं बीसीसीआई से आग्रह करता हूँ की वह महेंद्र सिंह धोनी ग्लव्स मामला में उचित क़दम उठाए।
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) June 7, 2019
बीसीसीआई एडमिनिस्ट्रेटिव समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय ने कहा कि धोनी अपने दस्ताने पर बलिदान बैज का प्रतीक चिन्ह पहने रहेंगे क्योंकि यह सैन्य प्रतीक है। राय ने यह भी कहा कि बीसीसीआई ने इसके लिए आईसीसी सी अनुमति मांगी है।
Committee of Administrators (CoA) chief Vinod Rai: We have already written (to ICC to seek permission for MS Dhoni to wear 'Balidaan' insignia on his gloves), will speak more after the meeting (CoA meeting) pic.twitter.com/fMaQ2agbcV
— ANI (@ANI) June 7, 2019
Last Updated Jun 7, 2019, 5:03 PM IST