लोकसभा चुनाव की मतगणना से पहले विपक्ष का विरोध खून-खराबे की धमकी तक जा पहुंचा है। एग्जिट पोल में बिहार में महागठबंधन को मनमाफिक नतीजे न मिलने की संभावना जताए जाने के बाद बिहार के नेताओं ने धमकी देनी शुरू कर दी है। पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महागठबंधन के नेताओं ने खुलेआम धमकी दी कि अगर लोकसभा चुनाव परिणाम में कुछ भी गड़बड़ी करने की कोशिश की गई तो वे हिंसा और हथियार उठाने पर मजबूर होंगे। 

एक समय में एनडीए सरकार का हिस्सा रही राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि वह एग्जिट पोल को सिरे से खारिज करते हैं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के समर्थकों को नीचा दिखाने के लिए जानबूझकर एक्जिट पोल का सहारा लिया जा रहा है। कुशवाहा ने कहा, लोगों में इतना आक्रोश है कि अगर कोई खून-खराबा होता है तो इसकी जिम्मेदार नीतीश कुमार और केंद्र की नरेंद्र सरकार होगी। कुशवाहा ने कहा कि मतगणना के दिन हमारे समर्थक और जनता तैयार रहे क्योंकि ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर रिजल्ट लूटने की घटना हुई तो सड़कों पर खून बहेगा। 

उन्होंने कहा, वोट की रक्षा के लिए जरूरत पड़ने पर हथियार भी उठाना पड़े तो उठाइये। आज रिजल्ट लूट की जो घटना करने की कोशिश हो रही है तो उसे रोकने के लिए हथियार भी उठाना पड़े तो उठाना चाहिए। 

कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि एक्जिट पोल करके जनता को बरगलाया जा रहा है। सच्चाई एग्जिट पोल के आंकड़ों से काफी दूर है। स्ट्रांग रूम की सुरक्षा मजबूती से की जाए। मदन मोहन झा ने अपने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे स्ट्रांग रूम के पास डटे रहें। कई अन्य दलों के नेताओं ने भी ऐसे ही बात कही है।