भगवान हनुमान पर विवादित बयान देकर भाजपा के विधानपरिषद सदस्य बुक्कल नवाब बुरे फंस गए हैं। भाजपा की तरफ से विवादित बयान न देने के फरमान के बाद अब देवबंद ने भी बुक्कल को इस तरह से बयान देने के लिए लताड़ लगाई है। इससे पहले भी बुक्कल राममंदिर को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं। जिसके बाद उन्हें भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंच से उतार दिया।

असल में भाजपा के एमएलसी बुक्कल नवाब ने भगवान हनुमान को मुसलमान बताया था। इसके लिए उनके तर्क थे कि मुसलमानों के नाम ही रहमान, सुल्तान, इमरान, जीशान, रेहान जैसे होते है। लिहाजा भगवान हनुमान का नाम भी मुसलमान का है। हिंदुओं में इस तरह के नामों का प्रचलन नहीं है। बुक्कल का कहना था कि मुसलमानों में करीब 100 नाम ऐसे हैं, जो हनुमान के नाम पर हैं। उनका कहना था कि हिंदू धर्म के लोग हनुमान नाम तो रख लेंगे लेकिन सुल्तान या अन्य मुस्लिमों के नाम को नहीं रखेगा।

इस बयान के बाद बुक्कल विवादों में घिर गए और सभी राजनैतिक दलों के लोग उनके इस बयान पर नाराजगी जताने लगे। भाजपा नेताओं ने भी बुक्कल नवाब को इस तरह के बयान से दूर रहने की नसीहत दी। असल में राजस्थान के विधानसभा चुनाव की रैलियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भगवान हनुमान पर दिए गए बयान को लेकर विवादों में आ चुके हैं। जिसका सभी दलों ने जोरदार विरोध किया था। उनके इस बयान के बाद प्रदेश में दलित समाज के लोगों ने हनुमान जी के मंदिरों में कब्जा करना शुरू कर दिया था।

बुक्कल नवाब इससे पहले भी अपने बयानों को लेकर खासे विवादित रहे हैं। बुक्कल ने पिछले दिनों भाजपा की एक रैली के दौरान अयोध्या में मस्जिद बनाने की बात कही थी। जिसके कारण उन्हें कार्यकर्ताओं ने मंच से उतार दिया था। बुक्कल नवाब पहले सपा के एमएलसी थे। लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के साथ ही उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। बुक्कल के बयान पर  देवबन्दी उलेमा कारी इसहाक गोरा ने कड़ी निंदा करते हुए कहा कि किसी भी इस्लामिक क़िताब में नहीं लिखा कि हनुमान मुसलमान थे। जिसका कोई प्रमाण न हो उस बारे में बुक्कल नवाब को बात नहीं करनी चाहिए। गोरा ने कहा कि भाजपा एमएलसी बुक्कल नवाब को हिन्दू व मुसलमान दोनों से माफी मांगनी चाहिए और ऐसे बेतुकी बयानबाजी करने वालों पर सरकार को लगाम लगानी चाहिए।