मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अभी तक भाजपा और शिवसेना के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हो सकता है। लेकिन आज भाजपा राज्य के लिए अपने कुछ प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकती है। राज्य में नामांकन की अंतिम तिथि चार अक्टूबर है। लेकिन दोनों ही दल अपनी तक सीटों का बंटवारा नहीं कर पाए हैं। भाजपा पितृपक्ष के खत्म होने और पीएम नरेन्द्र मोदी के आने का इंतजार कर रही थी। 

जानकारी के मुताबिक आज भाजपा की महाराष्ट्र ईकाई के नेता केन्द्रीय नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से महाराष्ट्र को लेकर चर्चा करेंगे। अभी तक भाजपा और उसकी सहयोगी शिवसेना के बीच सीटों को लेकर कोई फार्मूला तैयार नहीं हो सका। शिवसेना 50-50 के आधार पर सीटों का बंटवारा चाहती है जबकि भाजपा लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन के आधार पर विधानसभा की सीटों का बंटवारा चाहती है। भाजपा आज पीएम मोदी से चर्चा कर राज्य के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर सकती है। इससे एक तरह से शिवसेना पर दबाव भी बनेगा।

हालांकि कल ही शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि बाला साहेब ठाकरे का सपना था कि राज्य में शिवसैनिक मुख्यमंत्री बने और ये सपना शिवसेना पूरी करेगी। हालांकि सीटों के बंटवारे के नहीं होने पर शिवसेना को ही नुकसान होगा। पिछली बार भी भाजपा और शिवसेना ने अलग अलग चुनाव लड़ा था। जिसमें भाजपा को 122 सीटें और शिवसेना क 63 सीटें मिली थी। हालांकि अब राज्य में कांग्रेस और एनसीपी के ज्यादातर नेता भाजपा की तरफ रूख कर रहे हैं। भाजपा में एनसीपी और कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हो चुके हैं।

जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र में चुनाव को लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी से चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल आज दिल्ली आ रहे हैं। फिलहाल शिवसेना भी अपनी तैयारियों में जुटी हुई है। असल में शिवसेना राज्य में ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। ताकि चुनाव के बाद बनने वाली स्थितियों में वह सीएम के पद पर दावा कर सके।