भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज पश्चिम बंगाल के मालदा जिले से राज्य सरकार के खिलाफ आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हुंकार भरेंगे. इसके साथ ही शाह प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे. हालांकि राज्य में भाजपा को रथ यात्रा निकालने की अनुमति राज्य सरकार ने नहीं दी है. लेकिन भाजपा रैलियों के जरिए राज्य सरकार के खिलाफ माहौल तैयार करेगी. चार दिन पहले कोलकाता में विपक्षी महागठबंधन की रैली के बाद इसे विशाल शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है.

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दो दिन पहले ही अस्पताल से घर लौटे हैं और उन्हें डाक्टरों ने आराम करने की सलाह दी है. इसके बावजूद शाह की आज राज्य की ममता सरकार के खिलाफ बड़ी चुनावी रैली का आगाज करने जा रहे हैं. भाजपा का आगामी लोकसभा चुनाव में राज्य से काफी उम्मीदें हैं और इसके जरिए वह राज्य में ममता सरकार के खिलाफ माहौल तैयार कर रहे है. इस साल ये शाह की पहली  रैली है. शाह आज की रैली के बाद बुधवार को शाह बीरभूम और गुरुवार को नादिया जिले में भी जनसभा करेंगे. शाह की रैली से राज्य के कार्यकर्ता काफी खुश हैं. क्योंकि बीमार होने के कारण ये कयास लगाए जा रहे थे कि शाह की रैली रद्द हो जाएगी.

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली को ममता बनर्जी और महागठबंधन की मोर्चाबंदी के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है. जबकि दो दिन पहले ही ममता बनर्जी करीब 28 क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर कोलकाता में रैली कर चुकी हैं. लिहाजा शाह की इस रैली को अहम माना जा रहा है. हालांकि अभी तक राज्य सरकार और भाजपा के बीच इस रैली की अनुमति को लेकर काफी विवाद हो चुका है. लिहाजा इस रैली में शाह राज्य सरकार के खिलाफ जमकर हुंकार भरेंगे. भाजपा राज्य सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाती है और वह राज्य में हिंदू वोटरों पर केन्द्रीत कर रही है. क्योंकि राज्य में मुस्लिम वोट तीन दलों में बंटेगा जबकि हिंदू वोट अगर एकजुट होता है तो आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को राज्य में सबसे ज्यादा फायदा हो सकता है.

उधर आज होने वाली रैली से पहले पश्चिम बंगाल की सरकार ने अमित शाह को मालदा एयरपोर्ट पर हेलिकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति देने से इनकार कर दिया था. राज्य सरकार ने एयरपोर्ट पर निर्माण कार्य जारी होने की बात कहते हुए इजाजत नहीं दी थी. लेकिन बाद में राज्य सरकार ने मालदा में एक निजी होटेल के पास शाह के हेलिकॉप्टर उतारने की अनुमति दे दी. उधर ममता बनर्जी ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि हमनें किसी भी अनुमति को देने से मना नहीं किया था, लेकिन बीजेपी अध्यक्ष की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने उन्हें स्थान बदलने के लिए कहा होगा.