भाजपा ने दावा किया है कि उसके पास अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर करार के बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल द्वारा कथित तौर पर लिखा गया एक पत्र है, जिससे ‘रोम और रागा की कहानी’ का खुलासा होता है।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मिशेल के कथित पत्र को पढ़ कर सुनाया। इस ‘पत्र’ में मिशेल ने कथित तौर पर लिखा है कि ‘करार की राह के सभी अड़ंगों से निपट लिया गया है।’ पात्रा ने कहा, ‘क्रिश्चियन मिशेल ने डिस्पैच के रूप में हजारों पत्र लिखे थे और उसने भारत में रहने के बावजूद उन पत्रों को भेजा। भारत में जब वह ‘दलाल’ और बिचौलिये के तौर पर रह रहा था, तब वह अगस्ता वेस्टलैंड के सीईओ को पत्र लिखा करता था।’ 

उन्होंने कहा, ‘हमारी एजेंसियों को इनमें से कुछ पत्र मिले हैं। हमें मीडिया के जरिये ऐसा ही एक पत्र मिला। इस पत्र से रोम और रागा के पीछे की कहानी का खुलासा हो जाएगा।’ 

इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को दिल्ली की एक अदालत को बताया कि अगस्ता वेस्टलैंड मामले में गिरफ्तार क्रिश्चियन मिशेल को दूसरे रक्षा सौदे में भी रकम मिली जिसकी जांच की जानी है। अदालत ने मिशेल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। एजेंसी ने विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार को बताया कि अगस्ता वेस्टलैंड सौदे से मिशेल को 2.42 करोड़ यूरो और 1,60,96,245 पाउंड मिले। ईडी ने कहा, ‘छानबीन के दौरान पाया गया कि उसे दूसरे रक्षा सौदे से भी रकम मिली, जिसकी ईडी जांच करेगी।’ मिशेल की हिरासत बढ़ाने की अपनी अर्जी में एजेंसी ने यह भी दावा किया कि पूछताछ के दौरान उसने ‘एक इतालवी महिला के बेटे’ और कैसे वह देश का अगला प्रधानमंत्री बनने जा रहा है, उसके बारे में कहा था।

एजेंसी ने अदालत से कहा, ‘हमें मिशेल और अन्य लोगों के बीच हुए संवाद में ‘आर’ के संदर्भ वाले ‘बड़े आदमी’ के बारे में भी पता करना है।’  प्रवर्तन निदेशालय के विशेष लोक अभियोजक डी पी सिंह और एन के माट्टा ने अदालत को यह भी बताया कि आरोपी ने नकदी हासिल करने और संपत्ति खरीदने के लिए हवाला ऑपरेटरों के जरिये धन का प्रवाह किया। ईडी ने अदालत को बताया कि उसने अपराध के जरिये खरीदी गई मिशेल की संपत्ति को चिन्हित कर लिया है ।