प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा यूपी में 73 प्लस के फार्मूले को अमलीजामा पहनाने के लिए विभिन्न अभियानों के चला रहे हैं। इसकी अभियान को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने इस महीने यूपी में प्रधानमंत्री की तीन रैलियां आयोजित की हैं। पिछले महीने प्रधानमंत्री कई बार यूपी का दौरा कर चुके हैं।
भारतीय जनता पार्टी अपने संगठन और मिशन- 2019 दोनों पर एक साथ तेजी से आगे बढ़ रही है। पार्टी जनवरी में ही मिशन 2019 का आगाज यूपी से करेगी। फिलहाल खरमास चल रहा है। लिहाजा 15 जनवरी के बाद अपने अभियानों में पार्टी तेजी लाएगी। बहरहाल यूपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन बड़ी रैलियां कराने की तैयारी है। इसकी शुरुआत नौ जनवरी को आगरा से होगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगले एक-दो दिन में आगरा जाकर रैली की तैयारियों का जायजा ले सकते हैं। यूपी में भाजपा की सरकार होने से उम्मीदें और ज्यादा बढ़ी हैं। संगठन इस बार भी 73 प्लस सीटें जीतने का लक्ष्य तय कर चुका है।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा तय इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश नेतृत्व पूरी ताकत से जुटा है। फिलहाल भाजपा केन्द्र में दोबारा सत्ता में लौटने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों को कराने व कार्यकर्ताओं के बीच बूथ जीतने की रणनीति पर आगे बढ़ रही है। इसी का नतीजा है कि जहां बूथ अध्यक्षों के क्षेत्रीय सम्मेलनों को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह संबोधित करेंगे, तो पीएम मोदी रैलियों के जरिये जनता के बीच दोबारा भाजपा को जिताने के लिए पूरी ताकत से प्रचार करेंगे। इसी कड़ी में पार्टी ने यूपी में जनवरी में तीन रैलियों को तय किया है।

इनमें एक रैली 9 जनवरी को आगरा में होगी। 22 जनवरी को पीएम अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रैली करेंगे और कुम्भ 2019 के दौरान 29 जनवरी को एक बार फिर प्रधानमंत्री संगम नगरी प्रयागराज में रैली करेंगे। जबकि पीएम पिछले महीने प्रयागराज जा चुके हैं। उसके बावजूद वह दोबारा वहां जाएंगे। क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि इस बार करीब 15 करोड़ श्रद्धालु कुंभ में स्नान करेंगे। फिलहाल भाजपा यूपी में बनने वाले महागठंधन की गांठ ढीली करने पर कार्य कर रही है। इसी कड़ी में रैलियों का आगाज हो रहा है। भाजपा 2014 में नरेंद्र मोदी को आगे रखकर यहां से 73 सीटें जीतने में सफल हुई थी। इनमें 2 सीटें गठबंधन की सहयोगी अपना दल (एस) को मिली थीं।