भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने लम्बे इंतजार के बाद वीवीआईपी सीट माने जाने वाली गोरखपुर के लिए प्रत्याशी का नाम तय कर दिया है। पार्टी ने रविन्द्र नाथ शुक्ला यानी भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार माने जाने वाले रविकिशन का टिकट दिया है। रविकिशन ने कुछ दिन पहले ही बीजेपी का दामन थामा है।

रविकिशन को टिकट देकर बीजेपी ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं पहला तो इसके जरिए ब्राह्मणों की नाराजगी को दूर करने की कोशिश की है वहीं पार्टी रविकिशन के स्टारडम को पूर्वांचल में चुनाव के दौरान कैश कराएगी। वहीं बीजेपी ने ज्यादा बाह्मणों को टिकट दिया है। बीजेपी ने कई दशकों के बाद गोरखपुर लोकसभा सीट से गोरखपीठ से बाहर के प्रत्याशी को टिकट दिया है। बीजेपी ने गोरखपुर से फिल्म स्टार रविकिशन को टिकट दिया है। लोकसभा उपचुनाव में पार्टी ने यहां से उपेन्द्र शुक्ला को प्रत्याशी बनाया था लेकिन वह एसपी के प्रत्याशी से चुनाव हार गए थे।

हालांकि चुनाव में बीएसपी ने एसपी को समर्थन दिया था। गोरखपुर सीट में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच बार सांसद रह चुके हैं। रविकिशन ने कुछ दिन पहले ही बीजेपी की सदस्यता ली है जबकि इससे पहले वह कांग्रेस में थे। रविकिशन कांग्रेस के टिकट पर जौनपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि कुछ समय पहले से ही रविकिशन बीजेपी सरकार और उसकी नीतियों की तारीफ कर रहे थे और तभी से ये माना जा रहा था कि आने वाले समय वह पार्टी में शामिल हो सकते हैं।

उधर पार्टी ने कलराज मिश्र का टिकट काट कर उनकी जगह भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी को देवरिया से टिकट दिया है। त्रिपाठी पिछले दिनों संतकबीर नगर में ‘जूताकांड’ से चर्चित हुए सांसद शरद त्रिपाठी के पिता हैं और राज्य में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। जूता कांड के बाद ये तो तय हो गया था कि बीजेपी शरद त्रिपाठी का टिकट काटेगी, लेकिन बाह्मणों की नाराजगी दूर करने के लिए उनके पिता को टिकट दिया है। वहीं पार्टी ने गोरखपुर से उपचुनाव जीते प्रवीण निषाद को संतकबीर नगर सीट से टिकट दिया गया है।