दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है। अभी तक मुख्य मुकाबला भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच दिखाई दे रहा है। ये दोनों दल दिल्ली में जबरदस्त तरीके से प्रचार कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस अभी तक प्रचार में कहीं नहीं दिख रही है। लेकिन अब दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए भाजपा को अपने सहयोगी दलों का भी साथ मिला है।
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में सहयोगियों का साथ मिल गया है। बुधवार को ही अकाली दल ने दिल्ली में भाजपा के प्रत्याशियों को अपना समर्थन देने का ऐलान किया था। इसके बाद जनता दल यूनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी ने राज्य में संयुक्त रैली कर भाजपा को समर्थन देने की बात कही है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है। अभी तक मुख्य मुकाबला भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच दिखाई दे रहा है। ये दोनों दल दिल्ली में जबरदस्त तरीके से प्रचार कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस अभी तक प्रचार में कहीं नहीं दिख रही है। लेकिन अब दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए भाजपा को अपने सहयोगी दलों का भी साथ मिला है। बिहार की सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड ने दिल्ली में भाजपा के साथ संयुक्त रैली करना का फैसला किया है।
पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार दिल्ली में भाजपा और अपने प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। नीतीश कुमार दिल्ली में भाजपा प्रत्याशियों के लिए भी जनता से वोट मांगेगे। वहीं भाजपा के लिए अकाली दल की तरफ से अच्छी खबर आई है। विधानसभा चुनाव न लड़ने के फैसले के बाद शिअद ने भाजपा को दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए समर्थन देने का ऐलान किया है। जिसका फायदा दिल्ली में भाजपा को मिलेगा।
अकाली दल का दिल्ली में खासा प्रभाव है। यही नहीं सिख और पंजाब मतदाता दिल्ली के हर विधानसभा क्षेत्र में अहम भूमिका निभाते हैं। लिहाजा अकाली दल के भाजपा के पक्ष में आने से भाजपा को इसका लाभ मिलेगा। यही नहीं भाजपा की तीसरी सहयोगी लोकजनशक्ति ने भी दिल्ली विधानसभा में संयुक्त रैली करने पर सहमति जताई है। लोजपा भी दिल्ली में भाजपा के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार करेगी।
फिलहाल जैसे जैसे दिल्ली में मतदान का समय पास आर रहा है। दिल्ली में एनडीए ने प्रचार के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। दिल्ली में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार और एलजेपी संरक्षक रामविलास पासवान भी दिल्ली में भाजपा के लिए प्रचार करेंगे। दिल्ली में जदयू दो और लोजपा एकसीट पर चुनाव लड़ रही है।
फिलहाल दिल्ली में जदयू और लोजपा के साथ आने से भाजपा को फायदा होगा। क्योंकि दिल्ली में पूर्वांचली वोटरों की तादाद अच्छी-खासी है और ये दिल्ली के कई विधानसभा क्षेत्रों में यहां के लोग चुनाव परिणाम प्रभावित करने की ताक़त रखते हैं। गौरतलब है कि दिल्ली मे 8 फरवरी को मतदान होना है और जबकि इसके परिणाम 11 फरवरी को आएंगे।
Last Updated Jan 30, 2020, 8:04 PM IST