नई दिल्ली। भारतीय जनता को पार्टी को नागरिकता संशोधन कानून के लिए दक्षिण भारत में सबसे बड़ा समर्थन मिला है। फिल्म स्टार रजनीकांत ने नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि सीएए से देश के किसी भी नागरिक को असर नहीं होगा और ये किसी को प्रभावित नहीं करता है। हालांकि अभी तक तमिलनाडू में सीएए को लेकर राज्य सरकार ने किसी भी तरह का प्रस्ताव पारित नहीं किया है। लेकिन पड़ोसी राज्य केरल में इस कानून को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया है।

फिल्म स्टार रजनीकांत ने कहा कि इस कानून से देश के किसी भी  नागरिक पर असर नहीं होगा और अगर इस कानून से कोई मुस्लिम प्रभावित होता है तो सबसे पहले मैं इसका विरोध करूंगा। उन्होंने कहा कि देश में रह रहे बाहरी लोगों के बारे में जानने के लिए एनपीआर जरूरी है। हालांकि अभी तक एनआरसी तैयार नहीं हुआ है।

रजनीकांत ने कहा कि देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं और मैं ये कह सकता हूं कि सीएए से मुसलमानों को कोई खतरा नहीं है। रजनीकांत ने कहा कि भारतीय लोगों को सीएए से कोई परेशानी नहीं होगी। इसके लिए केन्द्र सरकार ने भी आश्वासन दिया है कि इस कानून से किसी की  नागरिकता  नहीं जाएगी।

रजनीकांत ने कहा कि कुछ नेता अपने फायदे के लिए लोगों को भड़का रहे हैं। इस बारे में गलतफहमी फैलाई जा रही है  कि मुस्लिमों को देश से बाहर भेज दिया जाएगा। उन्होंने  कहा कि देश में हो रहे प्रदर्शनों में धार्मिक नेताओं की भूमिका भी गलत है। गौरतबल है कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर का समर्थन पूर्व की कांग्रेस सरकार ने भी किया था।  रजनीकांत का  इस तरह का बयान पहली बार आया है। इससे केन्द्र की भाजपा सरकार को एक तरह से समर्थन मिला है। रजनीकांत के दक्षिण भारत में करोड़ों प्रशंसक हैं।