भारतीय जनता पार्टी ने दक्षिण की राजनीति में अपने पांव जमाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। उसने तमिलनाडु और पुदुचेरी की कुल 40 लोकसभा सीटों के लिए स्व.जयललिता की पार्टी अन्नाद्रमुक से सीटों का समझौता किया है।
भारतीय जनता पार्टी 2019 के चुनाव के लिए अपना किला मजबूत करने में जुटी है। इसके लिए उसे थोड़ा झुकना भी पड़े तो पार्टी के रणनीतिकार इससे परहेज नहीं कर रहे हैं।
तमिलनाडु और पुदुचेरी में बीजेपी के हाथ 5 सीटें आई हैं। यहां कुल 40 सीटें हैं। बीजेपी ने ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम यानी अन्नाद्रमुक से समझौता किया है।
इस गठबंधन में पट्टाली मक्काली काची यानी पीएमके भी शामिल है, जिसे 7 सीटें दी गई हैं।
बीजेपी दक्षिण भारत में लंबे समय से मजबूत और विश्वस्त सहयोगी ढूंढ रही थी। 2019 के लिए बीजेपी की तलाश अन्नाद्रमुक पर खत्म हुई है।
चेन्नई में इस गठबंधन का औपचारिक ऐलान किया गया। इस दौरान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के.पलानिसामी और उप-मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम साथ मौजूद रहे। उनके साथ बीजेपी के प्रतिनिधि के तौर पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मौजूद रहे।
पीयूष गोयल ने कहा कि 'काफी गंभीर चर्चा के बाद एआईएडीएमके और बीजेपी इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि हम तमिलनाडु और पुदुचेरी की 40 लोकसभा सीटों और 21 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में साथ लड़ेंगे। हम राज्य में पन्नीरसेल्वम जी और पलानिसामी जी तथा केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे।'
2014 के लोकसभा चुनाव में राज्य की 39 लोकसभा सीटों में से एआईएडीएमके को 37 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं विपक्षी दल डीएमके का खाता भी नहीं खुला था।
इस बार चुनाव में डीएमके सत्ताधारी दल को घेरने के लिए कांग्रेस से गठबंधन कर रहा है। इसके अलावा डीएमके अध्यक्ष स्टालिन 8 दलों का गठबंधन बनाने पर भी विचार कर रहे हैं।
Last Updated Feb 19, 2019, 8:59 PM IST