देश में आज लोकसभा चुनाव के लिए पांचवें दौर का मतदान हो रहा है। अब चुनाव के महज दो चरण बचे हैं। जिसमें कुल 118 सीटों पर मतदान होगा और 19 मई को चुनाव खत्म हो जाएगा। लिहाजा एक बार फिर दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए भारतीय जनता पार्टी और ज्यादा आक्रामक रणनीति बना रही है। बीजेपी ने अपनी रणनीति को बदलते हुए इन दो चरणों में पूरी फौज को उतारने की तैयारी की है।

देश में चार चरण के मतदान हो चुके हैं और आज पांचवें दौर का मतदान चल रहा है। अब दो चरण यानी 12 मई को छटा और 19 मई को सातवें चरण का मतदान होना है। इन दोनों चरणों में 59-59 लोकसभा सीटों पर चुनाव होगा। लिहाजा बीजेपी ने अंतिम इन चरणों के लिए अपनी रणनीति में बदलाव किया है। बीजेपी की रणनीति की तहत पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री की चुनावी रैलियां और ज्यादा होंगी।

यही नहीं जिन राज्यों में मतदान हो चुका है। वहां के नेता अब इन बची हुई सीटों पर प्रचार करेंगे। इसके लिए बीजेपी ने कार्यकर्ताओं की टीमें बनाई हैं। जिसमें स्थानीय कार्यकर्ता अन्य बाहरी नेताओं के साथ जनसंपर्क करेंगे। इसके साथ ही संघ के स्वयंसेवक भी घर घर जाकर अपने परंपरागत समर्थकों को एकजुट कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी और अमित शाह उत्तर प्रदेश के साथ ही पश्चिम बंगाल में अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

क्योंकि आज से अंतिम चरण के मतदान में महज 14 दिन बचे हैं और इससे 48 घंटे पहले ही चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा। लिहाजा बचे 12 दिन ही प्रचार के लिए मिलेंगे, जबकि 12 मई को होने वाले मतदान के लिए 10 मई को प्रचार खत्म हो जाएगा। इस लिहाजा से छटे चरण के लिए चार दिन ही शेष हैं। बीजेपी से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी ने अगले दो चरणों के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी की छह रैलियां बढ़ा दी हैं जबकि अमित शाह भी अब एक दिन में करीब छह रैलियां रोजाना करेंगे।

पीएम एक चुनावी रैली के जरिए करीब आधा दर्जन सीटों को साधेंगे। जानकारी के मुताबिक अगले दो चरणों में उत्तर प्रदेश में 27 और पश्चिम बंगाल में 25 सीटों पर मतदान होगा। जो बीजेपी के लिए काफी अहम है। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने पिछले 125 दिनों के अंदर करीब 200 चुनावी रैलियां की हैं।