नई दिल्ली। भाजपा मुस्लिम वोटबैंक में सेध लगा रही है और लगातार मुस्लिम नेताओं को संसद में भेज रही है। एक दिन ही पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता जफर इस्लाम राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने लिए गए हैं।  वहीं जफर इस्लाम सातवें मुस्लिम नेता हैं, जो संसद पहुंचे हैं। हालांकि जफर इस्लाम का कार्यकाल नंवबर 2022 तक ही रहेगा और ये सीट सपा सांसद अमर सिंह के निधन के बाद खाली हुई थी।

असल में भाजपा मुस्लिम वर्ग में सेंध लगा रही है और अभी तक उसने सात मुस्लिम नेताओं को राज्यसभा में भेजा है। इससे साफ है कि भाजपा अपने हिंदुत्व के चेहरे को बदलना चाहती है। हालांकि भाजपा का आरोप है कि विपक्षी दल उसे हिंदुत्व की पार्टी के तौर पर अपने हितों को साधने के लिए करते हैं। जबकि वह समाज के सभी वर्गों की पार्टी है। इससे साफ होता है कि भाजपा की नजर कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर हैं। भाजपा इसके जरिए फायदा उठाना चाहती है और मुस्लिम वर्ग को संदेश देना चाहती है कि उसके लिए सभी बराबर हैं।

जफर इस्लाम भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पार्टी के उदारवादी मुस्लिम चेहरा माने जाते हैं। इससे पहले मुख्तार अब्बास नकली, एमजे अकबर को भाजपा राज्यसभा में भेज चुकी है। इसके साथ ही भाजपा में शहनवाज हुसैन लोकसभा में सांसद हैं तो सिकंदर बख्त राज्यसभा में सांसद रह चुके हैं तो नजमा हेपतुल्ला भी भाजपा के मुस्लिम सांसद रह चुकी हैं। असल में केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने के बाद उदारमाने जाने वाले मुस्लिम वर्ग का  भाजपा की तरफ झुकाव बड़ा है। वहीं केन्द्र सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को सामाजिक न्याय दिलाया है और तीन तलाक पर कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं को राहत दी है।  लिहाजा मुस्लिम महिलाओं का भाजपा के प्रति झुकाव बड़ा है।