भारतीय जनता पार्टी की  भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर एक बार फिर मौत व्रत धारण करेंगी। हालांकि इस बार मौत व्रत पार्टी अध्यक्ष की कड़ी फटकार के बाद करेंगी। असल में साध्वी का एक विडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिस वह लोगों से ये कह रही हैं कि वह शौचालय साफ करने के लिए सांसद नहीं बनी है। जिसके जिस काम के लिए सांसद बनी हैं, वह काम वह ईमानदारी से कर रही हैं।

साध्वी का ये बयान सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद साध्वी और पार्टी की किरकिरी हो रही थी। विपक्षी दलों ने इसे सीधे तौर पर भाजपा से जोड़ दिया था। जिसके बाद पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई है कहा कि इस तरह के बयानों से पार्टी की प्रतिष्ठा धूमिल होती है।

लिहाजा अपने शब्दों और वाणी में नियंत्रण रखें। जिसके बाद साध्वी ने मौत व्रत करने का फैसला किया है। साध्वी अपने विवादित बयानों के लिए जानी जाती हैं। साध्वी प्रज्ञा के बयान के कारण पार्टी की फजीहत हो रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता भी इससे नाराज हैं। क्योंकि इसके जरिए पार्टी पर लोग आक्षेप लगा रहे हैं।

फिलहाल भाजपा ने साध्वी को हिदायत दी है कि वह सोच समझकर बोलें और ऐसे बयान ना दें जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचे। नहीं उन पर कड़ी कार्यवाही की जा सकती है। पिछले दिनों जब साध्वी ने गोडसे पर बयान दिया था। उसके बाद वह विपक्षी दलों के निशाने पर आ गयी थी और पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी उनसे नाराजगी जताई थी। साध्वी ने लोकसभा चुनाव के वक्त गोडसे को देशभक्त बताया था।

हालांकि इसके पार्टी ने कहा था वह साध्वी के बयान के साथ नहीं हैं। साध्वी के बयान के बाद राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा और पार्टी के नए संगठन महामंत्री बी एल संतोष ने साध्वी प्रज्ञा को पार्टी मुख्यालय में बुलाया था और भविष्य में इस तरह के विवादित बयानों से बचने के लिए कहा है।