भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरूण जेटली का आज दोपहर में दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। वह कई दिनों से बीमार चल रहे थे। अरूण जेटली का भारतीय जनता पार्टी के लिए भी बड़ी क्षति है। अरूण जेटली को भाजपा में संसदीय राजनीति का संकटमोचक कहा जाता है। लेकिन पिछले एक साल के दौरान भाजपा ने अपने सात दिग्गज नेताओं को खो दिया। जिन्होंने भाजपा के रथ को सारक्षी की तरह आगे बढ़ाया। एक साल के दौरान भाजपा ने अरुण जेटली,पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वअराज और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर शामिल हैं।
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरूण जेटली का आज दोपहर में दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। वह कई दिनों से बीमार चल रहे थे। अरूण जेटली का भारतीय जनता पार्टी के लिए भी बड़ी क्षति है। अरूण जेटली को भाजपा में संसदीय राजनीति का संकटमोचक कहा जाता है। लेकिन पिछले एक साल के दौरान भाजपा ने अपने सात दिग्गज नेताओं को खो दिया। जिन्होंने भाजपा के रथ को सारक्षी की तरह आगे बढ़ाया। एक साल के दौरान भाजपा ने अरुण जेटली,पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वअराज और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर शामिल हैं।
बलरामजी दास टंडन
छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल बलरामजी दास टंडन का पिछले साल अगस्त में निधन हुआ। टंडल जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से थे और उनकी उम्र 90 वर्ष थी। केन्द्र में मोदी सरकार बनने के बाद उन्हें 2014 को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल नियुक्त किया गया था।
अटल बिहारी वाजपेयी
पूर्व प्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठन नेता अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्तक, 2018 को हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर मध्य प्रदेश में हुआ था और वह चार दशकों तक संसदीय राजनीति में रहे। वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री और एक बात तो वह 13 दिनों के लिए ही प्रधानमंत्री बने।
मदन लाल खुराना
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना का जाना भी भाजपा के लिए बड़ा नुकसान था। दिल्ली की राजनीति में उन्हें भाजपा में सबसे दिग्गज नेता माना जाता था। वह दिल्ली के मुख्यमंत्री भी रहे और उन्होंने अपनी राजनीति की शुरूआत जनसंघ से शुरू की थी। वहा राजस्थान के राज्यपाल भी रहे।
अनंत कुमार
कर्नाटक में भाजपा के दिग्गज नेताओं में शुमार पूर्व केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार का निधन 12 नवंबर 2018 को हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे और दक्षिण में भाजपा को स्थापित करने में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है।
मनोहर पर्रिकर
इसी साल मार्च को गोवा के पूर्व मुख्यीमंत्री और पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन हुआ। पर्रिकर का निधन 17 मार्च, 2019 को हुआ था। वह कैंसर की गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे और अमेरिका से इलाज कराकर वापस लौटे थे। लेकिन बीमार होने के बावजूद पर्रिकर का जोश देखने वाला था। वह गोवा सदन में अंतिम समय तक मौजूद रहे। वह चार बार गोवा के मुख्यवमंत्री रहे थे और गोवा की राजनीति में उन्हें सबसे बड़ा नेता माना जाता था।
सुषमा स्वराज
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा नेता सुषमा स्वगराज का निधन 6 अगस्त9, 2019 को हुआ था। उन्हें हार्ट अटैक पड़ा और उसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया। लेकिन कुछ ही समय के बाद उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। सुषमा स्वराज देश की दूसरी महिला विदेश मंत्री के तौर पर जानी जाती हैं। वह 26 साल की उम्र में ही हरियाणा में कैबिनेट मंत्री बनी थी।
बाबूलाल गौर
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का 21 अगस्त को भोपाल में निधन हुआ। वह राज्य के पहले ऐसे मुख्यमंत्री थे जो बाद में मंत्री बने। राज्य में भाजपा को स्थापित करने में बाबूलाल गौर की भी अहम भूमिका रही।
अरूण जेटली
आज(24/08/2019) भाजपा के दिग्ग्ज नेता अरूण जेटली ने एम्स में अंतिम सांस ली। वह अटल बिहारी बाजपेयी और नरेन्द्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। पिछले पांच सालों के दौरान देश में हुए आर्थिक सुधारों का जनक अरूण जेटली को ही माना जाता है। उनके नेतृत्व में सबसे बड़े कर सुधार जीएसटी को लागू किया गया।
Last Updated Aug 24, 2019, 7:04 PM IST