लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में बीजेपी नहीं बल्कि पूरा एनडीए प्रचार करेगा। अंतिम चरण में पूर्वांचल की 13 सीटों पर चुनाव होना है। लिहाजा बीजेपी के सहयोगी दल बीजेपी के लिए अहम माने जाने वाले पूर्वांचल में चुनाव प्रचार कर अपनी एकजुटता दिखाएंगे।

भले ही देश में लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों का कोई महागठबंधन न बन पाया हो, लेकिन एनडीए ने चुनावों से पहले ही एका दिखाकर विपक्षी दलों की मुश्किलें बढ़ा दी। बहरहाल अब चुनाव के अंतिम चरण में एनडीए के घटक दल उत्तर प्रदेश में फिर से एकता दिखाकर चुनाव प्रचार करेंगे। उत्तर प्रदेश की वाराणसी समेत पूर्वांचल की 13 लोकसभा सीटों के लिए 19 मई को मतदान होना है। लिहाजा इसके लिए बीजेपी ने पूरी ताकत लगा दी। इसके लिए बीजेपी ने एक अलग रणनीति तैयार की है।

जिसके तहत सातवें और अंतिम चरण में पूरा एनडीए एकजुट होकर चुनाव प्रचार करेगा। एनडीए के सभी दल वाराणसी को केंद्र बनाकर चुनाव प्रचार करेंगे। इससे विपक्षी दलों में बीजेपी और उसके घटक दलों की एका का संदेश भी जाएगा। पूरे पूर्वांचल के लिए जो प्रचार अभियान तैयार किया गया है। उसकी कमान केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और पीयूष गोयल को सौंपी गयी है।

इसी रणनीति के तहत 17 मई की शाम तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के साथ ही  शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रैली करेंगे। किस नेता की कहां रैली होगी, इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है।

वहीं संघ ने भी पूर्वांचल फतह करने के लिए वाराणसी समेत सभी सीटों पर गली-मोहल्ले से लेकर लोकसभा क्षेत्र स्तर तक प्रभारी नियुक्त किए हैं। इसमें महिला विंग भी शामिल है। संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने पूर्वांचल की सभी सीटों के लिए बनी समन्वय टोलियों के समन्वयकों व सह समन्वयकों के साथ वाराणसी में बैठक कर इस रणनीति को अमली जामा पहनाने के निर्देश दिए हैं।