भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल को उनके पद से हटा दिया गया है। रामलाल को बीजेपी में काफी ताकतवर माना जाता था। फिलहाल रामलाल को बीजेपी ने नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कहने पर हटाया गया है। अब रामलाल संघ के अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख की बागडोर संभालेंगे। बीजेपी पार्टी अध्यक्ष के बाद संगठन महामंत्री का पद सबसे ताकतवर माना जाता है।

असल में आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में पिछले दो दिनों से संघ के प्रांत प्रचार की बैठक चल रही थी। जिसमें रामलाल को बीजेपी के संगठन महामंत्री के पद से हटाने का फैसला किया गया। रामलाल को बीजेपी में काफी मजबूत माना जाता था। आमतौर पर बीजेपी में संगठन महामंत्री के पद पर संघ के व्यक्ति को ही नियुक्त किया जाता है। इसका फैसला भी संघ करता है।

लिहाजा अब संघ ने उन्हें हटाकर इस पद पर किसी अन्य प्रचारक को नियुक्त करने का फैसला किया है। हालांकि अभी तक संघ की तऱफ से किसी का नाम तय नहीं हुआ है। लेकिन जल्द ही इस पर फैसला हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक संघ ने रामलाल को उनकी खराब छवि के कारण बीजेपी से हटाया है।

फिलहाल नवंबर में संघ के प्रतिनिधि सभा की बैठक होगी और उससे पहले प्रांत प्रचारक की बैठक में लिया गया ये फैसला काफी अहम माना जा रहा है। कुछ दिन पहले ही बीजेपी ने संघ से करीब एक दर्जन प्रचारकों को पार्टी में भेजने की गुजारिश की थी। ताकि संगठन को नए जोश और ऊर्जा से आगे बढ़ाया जाए। लिहाजा जल्द ही बीजेपी में संगठन महामंत्री के पद पर किसी प्रचारक को नियुक्त किया जाएगा।

रामलाल की कार्यशैली को लेकर संघ के पास कई तरह की शिकायतें आ रही थी। जिसके बाद ये फैसला किया गया है। गौरतलब है कि रामलाल की भतीजी ने एक मुस्लिम युवक के साथ विवाह कर लिया था। ये शादी लखनऊ में हुई थी और इसमें योगी सरकार के कई मंत्री शामिल हुए थे।

जिसके बाद रामलाल की पार्टी में आलोचना होने लगी थी।  यही नहीं इस विवाह के जरिए सोशल मीडिया में बीजेपी और संघ को लेकर तंज कसे गए थे। लिहाजा माना जा रहा है उनका कार्यशैली और इस मामले को देखते हुए संघ ने उन्हें संगठन महामंत्री के पद से हटाया है।