नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने मिशन बंगाल फतह करने के लिए अपना कैंपेन शुरू कर दिया है। भाजपा ने राज्य की सत्ता से ममता बनर्जी को बेदखल करने के लिए अभी से प्रचार को शुरू कर दिया है और इसके लिए अब आर नोई ममता अभियान को शुरू किया है। राज्य में भाजपा के आक्रामक प्रचार के कारण ममता सरकार और तृणमूल कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई है। क्योंकि राज्य में भाजपा के बढ़ते प्रभाव को रोकना टीएमसी के लिए बड़ी चुनौती है।

भाजपा ने बुधवार को टीएमसी शासन को हटाने के लिए 57 सेकंड के वीडियो का क्लिप जारी किया। इस विडियो को आर नोई ममता नाम से एक ट्विटर हैशटैग लॉन्च किया। इसमें भाजपा ने राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस को हटाने की मांग की है। राज्य में अगले साल चुनाव होने हैं और इसके लिए भाजपा ने अभी से ही तैयारी कर दी हैं।  फिलहाल पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान के कारण जबरदस्त तबाही हुई और भाजपा का आरोप है कि राज्य सरकार तबाही से बचाने में नाकामयाब रही है।  राज्य के कई इलाकों में पानी और बिजली की समस्या बनी  हुई  है।  

वहीं राज्य में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। राज्य में कोरोना से निपटने के लिए राज्य सरकार के पास संसाधन नहीं हैं।  जिसके कारण राज्य में कोरोना के मामलों में तेजी आई है।  राज्य में पिछले दिनों डाक्टर और मेडिकल स्टॉफ ने राज्य सरकार पर संसाधान उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया था। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को ट्विटर पर पोस्ट किया, जिसमें हैशटैग #AarNoiMamata की इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी सरकार अपने नौ साल पूरे करने के लिए बधाई की हकदार नहीं है। ये नई बोतल में पुरानी शराब की तरह है। पिछले नौ साल में राज्य में टीएमसी का दमनकारी शासन रहा है। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य मुकुल रॉय ने ट्वीट किया, ममता ने पश्चिम बंगाल के अपने लोगों को विफल कर दिया है।

केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी ने भी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्य की टीएमसी सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है। वहीं राज्य महिला विंग की प्रमुख और हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि सीपीएम के कुशासन के ममता के 9 वर्षों में 9 साल जुड़ गए।  हमें  2021 में राज्य की जनता की आकांक्षाओं को पूरा करना है और इसके लिए राज्य में भाजपा की सरकार की आवश्यकता है। वहीं कांग्रेस के लोकसभा नेता अधीर रंजन चौधरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने भी ममता बनर्जी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि कोरोना संकट और चक्रवात अम्फान से हुए नुकसान से निपटने में राज्य सरकार विफल रही है।