वसुंधरा के राष्ट्रीय राजनीति के बाद भाजपा ने लिया फैसला


राज्य में नई सरकार के पहले विधानसभा सत्र से पहले भाजपा आज अपने विधायक दल का नेता चुनेगी. राज्य में 15 जनवरी से राज्य की नई चुनी सरकार का पहला विधानसभा सत्र होना है. लिहाजा आज पार्टी नेता प्रतिपक्ष का चुनाव करेगी. दो दिन पहले ही भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया है.

राज्य में सत्ता खोने के बाद भाजपा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नेता प्रतिपक्ष या प्रदेश अध्यक्ष के पद के लिए दावेदारी कर रही थी.जबकि संघ और भाजपा संगठन हार के लिए राजे को जिम्मेदार बताते हुए उन्हें राज्य की राजनीति से बाहर करने के पक्ष में था. क्योंकि राजे की राज्य की राजनीति में अच्छा दखल है. मुख्यमंत्री रहते हुए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष भी अपने करीबी को बनाया था. लेकिन चुनाव हारने के बाद उनकी दावेदारी कम हो गयी थी. असल में राजे लोकसभा चुनाव की कमान राज्य में अपने हाथ में रखना चाहती थीं.

लिहाजा विधानसभा में भाजपा का नेता प्रतिपक्ष कौन होगा इसकी घोषणा आज विधायक दल की बैठक में होगा. विधायकों की बैठक में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली मौजूद रहेंगे. इनके अलावा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं प्रदेश चुनाव सह-प्रभारी सुधांशु त्रिवेदी भी बैठक में रहेंगे. भाजपा ने पिछले दिनों अरुण जेटली व अविनाश राय खन्ना को नेता प्रतिपक्ष तय करने के लिए ऑब्जर्वर नियुक्त किया था. 

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में लड़े गए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 73 सीटें जीती हैं. इन सभी विधायकों से बैठक में एक-एक कर नेता प्रतिपक्ष के लिए राय ली जाएगी. राजे को भाजपा ने हाल में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार सकती है. ऐसे में पूर्व गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया पर भाजपा नेता प्रतिपक्ष को लेकर दांव खेल सकता है.

कटारिया इससे पहले बन चुकी कांग्रेस सरकार में भी नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं. हालांकि उम्र कटारिया के रास्ते में आ सकती है. लेकिन उनकी सक्रियता नकारी नहीं जा सकती है. पार्टी पूर्व पंचायती राज मंत्री राजेंद्र राठौड़ को भी इस पद पर नियुक्त कर सकती है. वे सात बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं और संसदीय कार्यमंत्री भी रह चुके हैं. वहीं विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल भी नेता प्रतिपक्ष के दावेदारों में शामिल भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में हैं. फिलहाल आज दोपहर तक नेता प्रतिपक्ष का नाम भाजपा तय कर देगी.