कोलकाता। पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी कभी ममता बनर्जी के करीबी रहे कद्दावर नेता मुकुल राय का कद बढ़ा सकती है। राज्य में अभी शाह की वर्चुअल रैली के बाद राय को दो बार दिल्ली तलब किया जा चुका है और माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें केन्द्रीय मंत्री का पद दिया जा सकता है। ताकि राज्य में सत्ताधारी टीएमसी के खिलाफ मोर्चा खोला जा सके।

जानकारी के मुताबिक  भाजपा नेता व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो बार मुकुल रॉय को दिल्ली बुला चुके हैं। रॉय के साथ ही उनके करीबी सब्यसाची दत्त भी दिल्ली पहुंचे। अमित शाह ने पिछले हफ्ते दो बार मुकुल के साथ बैठक की। कहा जा रहा है कि अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर उनसे बातचीत हो रही है। राज्य में चुनाव कमान अभी तक भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने अपने हाथ में रखी है। शाह ने राज्य की राजनीतिक स्थिति को लेकर मुकुल के साथ दो बार लंबी चर्चा की है।

फिलहाल रॉय और अमित शाह की बैठकों के बाद राज्य में अटकलों का दौर शुरू हो गया है। ये भी चर्चा हो रही है कि रॉय को केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है। क्योंकि राज्य में अगले साल चुनाव होने हैं औऱ ऐसे में रॉय का कद बढ़ाकर राज्य में वह मजबूत होंगे और दूसरा ममता बनर्जी को इससे झटका लगेगा। क्योंकि रॉय कभी ममता बनर्जी के करीबी माने जाते थे। वहीं भाजपा नेताओं का कहना है कि राज्य में कोरोना की जो स्थिति है उसको लेकर भी रॉय को दिल्ली बुलाया गया हो सकता है। क्योंकि राज्य में स्थिति काफी खराब है और राज्य सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने में विफल रही है।  हालांकि रॉय के साथ बैठख में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को भी बुलाया गया था।

लिहाजा माना जा रहा है कि रॉय  को किसी प्रोजेक्ट में लगाया हो। अमित शाह बंगाल को लेकर बहुत गंभीर हैं और लोकसभा चुनाव में उन्हीं की रणनीती से भाजपा ने राज्य में 18 सीटें जीती थी। लिहाजा विधानसभा के लिए भी अमित शाह की ही नीति पर पार्टी काम कर रही है।  कुछ महीने पहले ही राज्य  में होने वाले नगर निगमों के चुनाव के लिए रॉय का कद बढ़ाया गया था। हालांकि कोरोना संकट में ये चुनाव अभी तक नहीं हुए हैं। वहीं पार्टी अगले विधानसभा चुनावों में मुकुल के राजनीतिक अनुभव का इस्तेमाल करना चाहते हैं।