एक तरफ जहां कांग्रेस राजस्थान और मध्य प्रदेश में अपने मुख्यमत्री तय करने कवायद कर रही थी उसे करारा झटका लगा।  कांग्रेस और उसके अध्यक्ष राहुल गाँधी ने मोदी सरकार पर राफेल को लेकर बड़े सारे लांछन लगाने की कोशिश की ताकि 10 साल चली यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार के कारनामे धो सके। 

लांछन लगा कर 2019 चुनाव में फायदा लेना चाहते थे लेकिन इस कुचक्र पर शुक्रवार को उच्चतम न्यालय ने पानी फेर दिया।  

न्यायलय का आदेश आने के कुछ ही समय में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस की बखिया उधेड़ी। उन्होंने राहुल गाँधी से देश के सामने माफ़ी मांगने को कहा और कहा कि राहुल झूठ की राजनीति कर रहे हैं।  उसके बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। 

भाजपा ने अपनी पूरी मीडिया रणनीति बनाने की प्रक्रिया शुरू कर ली है।  इन तीन प्रेस वार्ताओं को बस ट्रेलर के  तौर पर देखा जाना चाहिए क्यूंकि इसके बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता हर प्रदेश की राजधानियों में ऐसी ही वार्ताएं करेंगे। 

भाजपा के सोशल मीडिआ प्रमुख अमित मालवीय ने माय नेशन को बताया कि जहां उच्चतम न्यायलय का फैसला कांग्रेस को आइना दिखने जैसा है वहीं कांग्रेस के झूठों का भी खुलासा हो गया।  

"भारत में हम मानते आये हैं कि सत्य की हमेशा विजय होती है।  कहा जाता है सत्यमेव जयते।  और वही हुआ है आज।  झूठ के पाँव नहीं होते और आज राहुल गाँधी के झूठ बिना पांवों के ध्वस्त हो गए हैं," मालवीय ने कहा। 

भाजपा सूत्रों ने माय नेशन को बताया कि आज रात तक पार्टी को रणनीति तैयार हो जाएगी जिसमे यह तय हो जायेगा कि किस तरह देश के हर व्यक्ति तक पहुंचे किस तरह कांग्रेस ने झूठ का कुचक्र रचा और भाजपा का साफ़-पाक दामन उच्चतम न्यायलय में और निखर कर सामने आया। राफेल में देश हित के लिए भाजपा ने फ़्रांस के साथ डील की थी और इसमें किसी तरीके का कोई भ्रष्टाचार निहित नहीं था।  

सूत्रों के अनुसार पार्टी यह मैसेज ले कर हर जिले, गावों और तालुके तक जाएगी और रणनीति भी मंडल स्तर पर ही तय होने की आशा है।