लखनऊ। राजधानी लखनऊ के पड़ोसी जिले में नहर में बह रही शराब की बोतलें चर्चा का विषय बनी। लेकिन जिले के प्रशासन के लिए ये शराब की बोतलें परेशानी का सबब बन गई। जिला प्रशासन लोगों को समझता रहा है कि ये नकली शराब हो सकती है। लेकिन नशेड़ियों की मौज हो गई थी और हर कोई नदी को कूद कर बोतलों को एकत्रित कर रहा था।

असल में बाराबंकी जिले में एक नहर में शराब की बोतलें तैर रही थी और उनको लूटने के लिए होड़ मच गई। हर कोई ज्यादा से ज्यादा बोतलों को लेना चाह रहा था और नहर में कूद कर बोतलों को अपने कब्जे में कर रहा था। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जिले सतरिख इलाके के भानमऊ गांव से होकर गुजरने वाली दारावपुर नहर में ग्रामीणों ने शराब की भरी हुई बोतलें पानी में बहते देखा। इसके बाद पूरे इलाके में ये खबर आग की तरह फैल गई और हर कोई नहर की तरफ भाग रहा था।

ये नहर नानमऊ, हरख, बन्दगीपुर, भगवानपुर कटरा, गाल्हामऊ, पांडेयपुरवा खालेकपुरवा और कोठी थाना क्षेत्र के लालपुर समेत दर्जनों गांव से होकर बहती है। इसके बाद हर कोई नदी में कूद रहा था और बोतलों को अपने कब्जे में ले रहा था और नहर में बोतल को लूटने की होड़ मच गई। हालांकि जब इसकी जानकारी जिला प्रशासन को मिली तो वह जहरीली शराब के खतरे को देखते हुए वह लाउडस्पीकर से लोगों को इसका सेवन न करने की हिदायत देने लगी।

पुलिस और आबकारी विभाग के कर्मचारी लोगों को ये बता रहे थे कि ये शराब नकली हो सकती है। असल में बाराबंकी में नकली शराब के कई मामले सामने आ चुके हैं और नकली शराब पीने के कारण कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। फिलहाल पुलिस व आबकारी विभाग का घर-घर सघन तलाशी अभियान चला रही है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि इतनी बड़ी मात्रा में शराब की बोतलों को किसने नहर में बहाया और कहीं ये किसी की साजिश तो नहीं।