नई दिल्ली।  राजधानी दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के मौजूदा विधायकों की सांसें थमी हुई हैं। क्योंकि पार्टी ने उन्हीं विधायकों पर दांव लगाने का फैसला किया है। जिन्होंने पिछले पांच साल में अपने क्षेत्र में बेहतर काम किए और अपनी स्थिति को विपक्षी दलों की तुलना में मजबूत किया है। माना जा रहा है कि आप 25 फीसदी विधायकों के कट सकती है। लिहाजा विधायक परेशान हैं। पार्टी लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कभी भी घोषणा हो सकती है। चुनाव आयोग ने पूरी तैयारियों कर ली हैं। यही नहीं राजनैतिक दल भी चुनाव के तैयार हैं। लिहाजा दिल्ली की सत्ताधारी आप सरकार के बारे में कहा जा रहा है कि वह अगले दस दिनों में प्रत्याशियों को ऐलान कर सकती है। आप जल्दी टिकट घोषित करना चाहती ताकि प्रत्याशियों को अपने क्षेत्र में जाने  मौका मिले। क्योंकि कई सीटों पर प्रत्याशियों को बदला जाएगा।

फिलहाल पार्टी सूची बना रही है और वह उन सीटों पर नए व भरोसेमंद चेहरों की तलाश कर रही है, जिनकी अपने क्षेत्रों में पकड़ हो और साख हो। पार्टी ने साफ कर दिया है कि जिन विधायकों ने अपने क्षेत्र में काम किए हैं उन्हें टिकट दिए जाएगा। पिछले पांच साल के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वालों पर ही पार्टी दांव लगाएगी। लिहाजा माना जा रहा है कि करीब 25 विधायकों की दावेदारी दांव है। गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि पांच सालों में पार्टी के पांच विधायकों ने पाला बदल लिया जबकि उपचुनाव में एक सीट आप ने गवां दी थी।

लिहाजा अब आप के दिल्ली में 61 विधायक हैं। वहीं लोकसभा चुनाव में आप को दिल्ली में करारी हार का सामना करना पड़ा और राज्य की सभी सीटें भाजपा ने जीती। जो आप के लिए बड़ा झटका है। लोकसभा चुनाव हुए महज आठ महीने हुए हैं। हालांकि आप को उम्मीद है कि वह एक बार फिर पिछले प्रदर्शन दोहराएगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आप मौजूदा 61 विधायकों में से करीब 15 से अधिक विधायकों के टिकट काट सकती है। इसके लिए पार्टी ने कई स्तरों पर सर्वे भी कराया है।