मध्य प्रदेश में महज डेढ़ महीने वाली कांग्रेस की कमलनाथ सरकार पर अल्पमत के बादल मंडराने लगे हैं. सहयोगी दलों के समर्थन से चल रही सरकार से एक विधायक ने समर्थन लेने की धमकी दी है. असल में राज्य में बसपा की विधायक रमाबाईअहिरवार ने राज्य सरकार को धमकी दी है कि अगर उसे वह मंत्री नहीं बनाते हैं तो वह सरकार से समर्थन वापस ले लेगी.

राज्य में कमलनाथ की अगुवाई में बनी कांग्रेस सरकार के खिलाफ उसको समर्थन दे रहे सहयोगी दलों के विधायक बागी होने लगे हैं. हालांकि जब राज्य में सरकार का गठन हुआ था और इन सहयोगी दलों के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया था तो उस वक्त विधायकों ने बागी तेवर अपना लिए थे.लेकिन अब विधायक खुलकर सरकार के खिलाफ बयान देने लगे हैं.

"

राज्य में बसपा के दो विधायक सरकार को समर्थन दे रहे हैं. पिछले महीने ही बसपा प्रमुख मायावती ने अप्रैल में हुए एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ हुए आंदोलन में गिरफ्तार किए गए बसपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस वापस लेने के लिए कमलनाथ सरकार पर दबाव बनाया था.

बसपा प्रमुख ने कहा था कि अगर राज्य सरकार इन लोगों से केस वापस नहीं लेती है तो वह सरकार से समर्थन ले सकती है. अब बसपा विधायक ने भी खुलकर सरकार के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी है. राज्य की बसपा विधायक रमाबाई अहिरवार ने कहा कि अगर उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाता है तो राज्य में कर्नाटक जैसी स्थिति हो जाएगी. अहिरवार ने कहा कि कांग्रेस मध्‍य प्रदेश में बहनजी (मायावती) के सहयोग के दम पर सरकार बनाने में कामयाब रही. इस कारण हम बसपा के दो विधायकों को मंत्री बनाए जाने की मांग कर रहे हैं. ऐसा इसलिए क्‍योंकि हम कर्नाटक में जिस तरह की स्थिति देख रहे हैं, वैसी यहां नहीं चाहते.

राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने वक्त राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कई बार बसपा विधायकों से मिलने की कोशिश की थी. लेकिन विधायकों ने मिलने से मना कर दिया. तब से विधायकों की नाराजगी राज्य की कमलनाथ सरकार से चल रही है. अब बसपा विधायक के बयान के बाद कांग्रेस बैकफुट पर है. हालांकि पहले ये कहा जा रहा था कि राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार लोकसभा चुनाव के बाद किया जाएगा. लेकिन अब दबाव में राज्य सरकार जल्द ही बागी विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकते हैं.

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी लेकिन 114 सीटें ही हासिल कर पाने के कारण बहुमत के लिए जरूरी 116 सदस्‍यों के जादुई आंकड़े से दूर रह गई थी. उधर बसपा ने दो सीटें जीती थीं. मायावती ने कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया था. इसके साथ ही सपा के एक विधायक ने भी कांग्रेस को समर्थन दिया. उधर कांग्रेस का दावा है कि प्रदेश में बीजेपी अपनी सरकार बनाने के लिए यहां भी ऑपरेशन लोटस जैसा कुछ करने के प्रयास में है. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी मध्य प्रदेश में 'ऑपरेशन लोटस' चलाने का प्रयास कर रही है.