नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज दूसरा बजट पेश किया। ये बजट खासतौर से टैक्स सुधारों के लिए जाना जाएगा। इस बजट में सरकार ने कोशिश है कि उसे टैक्स में राहत मिले। ताकि आम लोगों को बजट से लाभ मिले। वित्त मंत्री सीतारमण ने कई शर्तों के साथ टैक्स स्लैब में छूट का ऐलान किया है। वहीं अब टैक्स के दो स्लेब बन गए हैं। वहीं बजट में वित्त मंत्री ने गांव, गरीब, किसानों को लिए भी कई अहम घोषणाएं की। 

वित्त मंत्री  निर्मला सीतारमण ने आज के बजट में नौकरीपेशा लोगों को दी खुशखबरी दी है। वित्तमंत्री ने कई शर्तों के साथ टैक्स स्लैब्स में बड़े बदलाव किया है। माना जा रहा है कि टैक्स स्लैब में बदलाव से आम लोगों को राहत मिलेगी। क्योंकि टैक्स बचने से ये पैसा बाजार में आएगा। कई कर्मचारी संगठन इसकी मांग कर रहे थे।

इनकम टैक्स स्लैब्स में हुआ बदलाव

अर्थव्यवस्था की सुस्ती में तेजी लाने के लिए वित्तमंत्री ने मध्यम वर्ग को राहत दी है। जिसके तहत नौकरीपेशा लोगों के टैक्स स्लैब्स में कई बदलाव किए हैं। अब  5-7.5 लाख तक सालाना कमाने वालों को अब 10 फीसदी टैक्स देना होगा। वहीं 7.5 से 10 लाख तक सालाना आमदनी वालों को 15 प्रतिशत टैक्स देना होगा। जबकि इससे ज्यादा कमाने वालों मसलन 10-12.5 लाख सालाना कमाने वालों को 20 प्रतिशत ही टैक्स देना पड़ेगा। वहीं 5 लाख तक सालाना कमाने वालों को किसी भी तरह का टैक्स नहीं देना होगा।

जबकि 12 से 15 लाख तक सालाना कमाने वालों को  25फीसदी टैक्स और 15 लाख से ज्यादा कमाने वालों को सबसे  उच्च टैक्स की दर देना है। उनकी कमाई पर 30 फीसदी से ज्यादा टैक्स देना होगा। वहीं सरकार ने बैकों में पैसा जमा करने वालों के लिए सुरक्षा कवच का ऐलान किया। बजट में की गई घोषणा के मुताबिक इंश्योर्ड राशि अब 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख हो गई है। यानी अगर कोई बैंक डूबा तो जमाकर्ता को 5 लाख  तक डिपॉजिट वापस मिलेंगे।