आईपीएल 2019 के 25वें मैच में कैप्टन कूल कहे जाने वाले महेन्द्र सिंह धोनी ने अपना आपा खो दिया और ऐसा कर बैठे जिसकी उम्मीद उनसे कभी नहीं की जा सकती थी। चेन्नई और रायल्स के बीच अहम मुकाबले में धोनी की टीम को आखिरी ओवर में 18 रन बनाने थे। लेकिन ओवर की तीसरी बॉल पर क्लीनबोल्ड होने के बाद उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा। अगले खिलाड़ी को फेंकी गई आखिरी ओवर की चौथी गेंद को अंपायर ने नो बॉल करार दिया और इसके तुरंत बाद धोनी मैदान में उतर आए- अंपायर से बहस करने के लिए।

धोनी के इस बर्ताव पर उन्हें आचार संहिता के उल्लंघन के नाम पर दोषी ठहराया गया और उनकी मैच फीस का 50 फीसदी बतौर जुर्माना रख लिया गया। हालांकि मैच की आखिरी गेंद पर चेन्नई के मिशेल सेंटनेर ने छक्का मारकर मैच को जीत लिया। गौरतलब है कि जीत के लिये 152 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई ने छठे ओवर में चार विकेट 24 रन पर गंवा दिये थे । इसके बाद अंबाती रायुडू और महेंद्र सिंह धोनी ने 95 रन की साझेदारी करके टीम को मैच में लौटाया । रायुडू 47 गेंद में 57 रन बनाकर 18वें ओवर में आउट हुए ।

चेन्नई को आखिरी ओवर में 18 रन की जरूरत थी और बेन स्टोक्स की पहली ही गेंद पर रविंद्र जडेजा ने छक्का लगा दिया । अगली गेंद नो बाल रही और तीसरी गेंद पर धोनी बोल्ड हो गए। चौथी गेंद नो बाल करार दी गई जिसे बाद में वापिस ले लिया गया और अप्रत्याशित रूप से धोनी संभवत: पहली बार मैदान में उतरकर अंपायरों से बहस करते दिखे । अगली गेंद पर दो रन बने और आखिरी गेंद पर मिशेल सेंटनेर ने छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई । इससे पहले चेन्नई ने एक बार फिर शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए रायल्स को सात विकेट पर 151 रन पर रोक दिया ।

जोस बटलर (दस गेंद में 23 रन) को छोड़कर शीर्षक्रम का कोई भी बल्लेबाज नहीं चल सका । चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर पिच का सही आकलन करके टास जीतने के बाद गेंदबाजी का फैसला किया ।बायें हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा (चार ओवर में 20 रन पर दो विकेट) और मिशेल सेंटनेर (चार ओवर में 25 रन देकर एक विकेट) ने रनगति पर अंकुश लगाया । इमरान ताहिर शुरू में महंगे साबित हुए लेकिन चार ओवर में उन्होंने 28 रन ही दिये ।