भारत कई सालों से करतारपुर कॉरिडोर खोलने की मांग कर रहा है। लेकिन कश्मीर के मुद्दे पर मात खा चुका पाकिस्तान अब इस कॉरडोर के जरिए खालिस्तान समर्थकों को मदद कर सकता है। पिछले दिनों ही पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए इन समर्थकों को हथियार भेजे थे जो बाद में पकड़े गए थे।
नई दिल्ली। नापाक पाकिस्तान अपनी गंदी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब वह पवित्र करतारपुर साहिब कॉरडोर के जरिए खालिस्तान मूवमेंट को हवा देने की कोशिश में लगा है। हालांकि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के दोस्त सिद्धू पाकिस्तान के न्योते को लेकर काफी खुश हैं। लेकिन पंजाब की सीएम अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान के गुप्त एजेंडे की पोल खोल दी है।
असल में पाकिस्तान ने करतारपुर साहिब के उद्घाटन से पहले एक वीडियो जारी किया है। इसमें उसने तीन खालिस्तानी समर्थकों को दिखाया है। पाकिस्तान ने इस विडियो में जरनैल सिंह भिंडरावाले, मेजर शहबेग सिंह और अमरीक सिंह खालसा के पोस्टरों को दिखाया है। इससे एक बात साफ होती है कि वह पंजाब में खालिस्तान समर्थकों को संदेश देना चाहता है। लिहाजा कैप्टन अमरिंदर सिंह पाकिस्तान के इस विडियो के प्रति नाराजगी जताई है। पाकिस्तान ने उद्घाटन के लिए बनाए गए गाने में इन आतंकियों को 'हीरो' की तरह दिखाने की कोशिश की है।
लिहाजा अब पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि वह पहले से ही कह रहे हैं कि करतारपुर साहिब के जरिए पाकिस्तान अपना एजेंडा साध रहा है। ताकि वह देश का अमन चैन खराब करे और ये पाकिस्तान का गुप्त एजेंडा है। असल में पाकिस्तान द्वारा जरनैल सिंह भिंडरावाले के अलावा मेजर शहबेग सिंह और अमरीक सिंह खालसा को हिरो दिखाने का मकसद खालिस्तानी समर्थकों को भड़काना है।
क्योंकि पाकिस्तान के समर्थन से ही देश में खालिस्तानी समर्थक बीच बीच में इस हवा देते रहते हैं और देश से बाहर यानी ब्रिटेन और कनाडा में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इन समर्थकों को पैसा मुहैया कराती है। इन तीनों को जून 1984 में स्वर्ण मंदिर में चलाए गए ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान मार गिराया गया था। पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विडियो में गुरु नानक का जन्मस्थान भी दिखाई दे रहा है।
गौरतलब है कि भारत कई सालों से करतारपुर कॉरिडोर खोलने की मांग कर रहा है। लेकिन कश्मीर के मुद्दे पर मात खा चुका पाकिस्तान अब इस कॉरडोर के जरिए खालिस्तान समर्थकों को मदद कर सकता है। पिछले दिनों ही पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए इन समर्थकों को हथियार भेजे थे जो बाद में पकड़े गए थे।
Last Updated Nov 7, 2019, 8:20 AM IST