भाजपा नेता और महापौर डॉक्टर उमेश गौतम व 25 पार्षदों समेत 50 लोगों पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने मंगलवार को सरकारी कार्य में बाधा डालने, सरकारी आदेश पर जबरन दस्तखत कराने और अभद्रता करने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया है।
बरेली. सोमवार को नगर आयुक्त कार्यालय में मेयर उमेश ने पर्यावरण अभियंता एवं प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी संजीव प्रधान जमकर फटकार लगाई और उनके साथ अभद्रता भी की। नगर आयुक्त सैम्युअल पाल ने जब बीच-बचाव करने का प्रयास किया तो उमेश गौतम उन पर भी भड़क उठे। पूरे प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। जिसकी वजह से उमेश गौतम के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।
वार्ड 65 सुरेश शर्मा नगर क्षेत्र से नगर निगम की टीम ने चार दिन पहले दो लोगों की एक-एक गाय पकड़ ली थी। पार्षद नरेश पटेल ने महापौर डॉक्टर उमेश गौतम से गाय छुड़वाने की मांग की तो उन्होंने प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी संजीव प्रधान को 1500 रूपए शुल्क लेकर गाय छोड़ने के निर्देश दिए। बावजूद इसके गाय नहीं छोड़ी गई।
सोमवार दोपहर महापौर पार्षदों के साथ नगर स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में पहुंच गए। कंप्यूटर ऑपरेटर को शुल्क की रसीद नहीं काटने पर हड़काया। प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी के नहीं मिलने पर सीधे नगर आयुक्त कक्ष में पहुंचे। वहां बैठे प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी पर जमकर बरसे। फिर हाथ पकड़कर उनके कार्यालय में खींच लाए। कार्यालय में उनसे तत्काल शमन शुल्क काटने को कहा। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया।
महापौर डॉक्टर उमेश गौतम ने कहा कि बेसहारा घूमने वाले गोवंश को पकड़ने के बाद जुर्माना लगाकर छोड़ने का प्रावधान है। नगर निगम के अधिकारी जुर्माना लगाकर पशु पालकों से पैसा वसूलते हैं। इसकी कई शिकायतें हमें मिली हैं। यहां भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। कान्हा उपवन में गाय मर रही हैं। उन्हें कूड़े में दबा दिया जा रहा है। इसी आधार पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी से कहा कि जब तक मैं नगर निगम में हूं, भ्रष्टाचार नहीं होने दूंगा।
Last Updated Jul 16, 2019, 4:26 PM IST