उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में जबरदस्त तेजी आई है। कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आने का सबसे बड़ा कारण बाहर से आने वाले नागरिक हैं। जिनके कारण राज्य में लगातार संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं और राज्य में संक्रमितों की संख्या पांच हजार पार हो गई है।

 

जानकारी के मुताबिक बाराबंकी एक बड़े हॉटस्पॉट के रूप में उभरा है, जिसमें एक ही दिन में 95 नए मामले सामने आए हैं। इन मामलों में 49 मामले अन्य राज्यों से लौटे प्रवासियों के हैं। बाराबंकी के डीएम अवधेश कुमार ने कहा कि जिले में 245 नमूने जांच के लिए गए थे और इसमें से 95 लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। वहीं इसमें 49 मामले प्रवासियों के हैं। जो हाल ही में अन्य राज्यों से लौटे थे। वहीं 46 मामले अन्य लोगों के हैं। जो छह संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए थे। अब जिला प्रशासन ने उन लोगों को क्वारंटिन किया है। जिले में 95 मामले आने के बाद जिले में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 122 हो गई है।

वहीं इससे पहले मंगलवार को बस्ती जिले में 50 प्रवासी कोरोना संक्रमित पाए गए थे।  से सभी प्रवासी श्रमिक थे जो हाल ही में अन्य राज्यों से लौटे थे। इसी तरह से प्रतापगढ़ में बुधवार को 10 नए मामले सामने आए हैं। जबकि गाजीपुर में भी 18 नए मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि आजमगढ़ में 15 मामले सामने आए हैं। जो प्रवासियों के हैं। इसके साथ ही सिद्धार्थनगर में गुरुवार को कोरोना के 11 नए मामले सामने आए। इसमें से अधिकांश वो लोग हैं जो कुछ दिनों पहले राज्य के बाहर से आए हैं।  

इसके अलावा जौनपुर से 16 अन्य मामले सामने आए हैं और इसमें से 15 मामले मुंबई और सूरत से आए लोगों के हैं। महाराजगंज जिले में भी महाराष्ट्र और गुजरात से लौटे आठ प्रवासी श्रमिकों कोरोना संक्रमण पॉजिटिव पाया गया है। वहीं राज्य के प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को कहा था कि गाँव लौट रहे प्रवासी श्रमिकों की निगरानी की जा रही है और 'मुहल्ला' निगरानी समितियां इन पर निगरानी रख रही है। लेकिन राज्य में कोरोना संक्रमण में आई तेजी का सबसे बड़ा  कारण बाहर से आने वाले लोग हैं। जिनके कारण राज्य में संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है।