कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने रविवार को दशहरे के दिन इसकी घोषणा करते हुए बताया कि कैट के ई-कॉमर्स पोर्टल भारतईमार्केट का लोगो (प्रतीक चिन्ह) देश की एक बड़ी एडवरटाइजिंग एवं ब्रांडिंग कंपनी ने कैट द्वारा किए गए एक देशव्यापी सर्वे, जिसमें व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं को शामिल किया गया था, से प्राप्त सुझावों के आधार पर बनाया है।
नई दिल्ली। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अपने ई कॉमर्स पोर्टल 'भारतईमार्केट' का लोगो (प्रतीक चिन्ह) 30 अक्टूबर को लांच करने का ऐलान किया है। कैट का भारतईकॉमर्स पोर्टल विशुद्ध रूप से भारतीय होगा, जिसमें विदेश से प्राप्त किसी भी धन का निवेश नहीं होगा। पोर्टल पर प्राप्त होने वाला डाटा देश में ही स्थापित सर्वर पर रखा जाएगा और एक भी डाटा देश की सीमा से बाहर नहीं जाएगा।
कैट ने यह भी घोषणा की कि किसी भी प्रकार की चीनी वस्तु कैट के पोर्टल भारतईमार्केट पर नहीं बेची जा सकेगी। देश में ई कॉमर्स के तेजी से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए और देश के मायूस व्यापारियों के उत्थान के लिए कैट ने खुद के ई कॉमर्स पोर्टल को लांच करने की घोषणा कुछ महीने पूर्व ही कर दी थी और उसके बाद कैट लगातार भारतईमार्केट प्रोजेक्ट पर काम करता आ रहा है।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने रविवार को दशहरे के दिन इसकी घोषणा करते हुए बताया कि कैट के ई-कॉमर्स पोर्टल भारतईमार्केट का लोगो (प्रतीक चिन्ह) देश की एक बड़ी एडवरटाइजिंग एवं ब्रांडिंग कंपनी ने कैट द्वारा किए गए एक देशव्यापी सर्वे, जिसमें व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं को शामिल किया गया था, से प्राप्त सुझावों के आधार पर बनाया है।
उन्होंने कहा, "भारतईमार्केट की यह भी विशेषता होगी की यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल और आत्मनिर्भर भारत के आह्वान को ई-कॉमर्स व्यापार के माध्यम से जमीन पर संभव करेगा और इस पोर्टल में डिजिटल पेमेंट पर ज्यादा जोर होगा। कैट ने साफ किया है कि ये पोर्टल ग्लोबल दिग्गजों की तरह खुद के मुनाफे के लिए काम नहीं करेगा, बल्कि इसका मकसद देसी रिटेल व्यापार की मौजूदा स्थिति को सुधारने और इसके भविष्य को बेहतर बनाना है।"
खंडेलवाल ने कहा कि कैट देश के व्यापारियों का शीर्ष संगठन है, जिसके साथ देशभर के 40 हजार से ज्यादा व्यापारिक संगठन जुड़े हुए हैं, जिनके जरिये कैट देश के 7 करोड़ व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करता है। यह पूरे विश्व में सबसे बड़ी सप्लाई चेन है और भारतईमार्केट पर अधिक से अधिक व्यापारियों की ई-दुकानें बनवाने के काम में देशभर के व्यापारिक संगठन पूरी ताकत से जुटेंगे।
Last Updated Oct 26, 2020, 1:53 PM IST