सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में देश भर में टॉप करने वाली हंसिका शुक्ला डीपीएस गाजियाबाद की छात्रा हैं। 500 में से 499 नंबर लेकर मुजफ्फरनगर के एसडी स्कूल की करिश्मा अरोड़ा के साथ संयुक्त टॉप करने वाली हंसिका सिविल सर्विस में जाना चाहती हैं। वह आईएफएस बनना चाहती हैं। 

हंसिका शुक्ला ने साइकोलॉजी, इतिहास, म्यूजिक वोकल, पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश विषय के साथ 12वीं की परीक्षा दी। उन्हें अंग्रेजी को छोड़कर सभी विषयों में 100 में 100 नंबर मिले हैं। वहीं अंग्रेजी में उन्हें 99 नंबर आए हैं। खास बात यह है कि हंसिका ने किसी भी तरह का कोई ट्यूशन नहीं लिया।  

वह आगे साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन करना चाहती हैं। इसके बाद वह भारतीय विदेश सेवा में जाने की ख्वाहिशमंद हैं। हंसिका शुक्ला ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, साइकोलॉजी मेरा जुनून है। मैं इसे आगे बढ़ाना चाहती हूं। जहां तक करियर की बात है तो मैं आईएफएस में जाना चाहूंगी। विदेशी मामले हमेशा से मुझे आकर्षित करते रहे हैं। 

सोशल मीडिया सिर्फ कनेक्ट के लिए

हसिंका शुक्ला के मुताबिक, वह सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय नहीं रहती हैं। यह सिर्फ कनेक्ट रहने के लिए है। हालांकि जब वह पढ़ाई से  बोर होती हैं तो म्यूजिक सुनना पसंद करती हैं। हंसिका को क्लासिकल म्यूजिक सुनना पसंद है। हालांकि वह बॉलीवुड और इंग्लिश गाने भी सुनती हैं। वह कभी-कभार बैडमिंटन और जिमनास्टिक के वीडियो भी देखती हैं। हंसिका के मुताबिक, उन्होंने पिछले तीन महीने के दौरान अपनी सभी गतिविधियों को बंद कर दिया था। 

हंसिका ने बताया माता-पिता ने किया प्रेरित 

हंसिका के अनुसार, उनके माता-पिता ने हमेशा पढ़ाई में फोकस करने के लिए प्रेरित किया। हंसिका की मां डॉ. मीना शुक्ला गाजियाबाद में एक कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वहीं पिता डॉ. साकेत कुमार राज्यसभा में सेक्रेटरी पद पर तैनात हैं। हंसिका के मुताबिक, उनके पापा ज्यादा सख्त नहीं हैं लेकिन मां काफी सख्त मिजाज की हैं।

सीबीएसई में इस बार भी लड़कियां रहीं आगे

सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में इस बार कुल 83.4 फीसदी छात्र पास हुए हैं।  88.7% लड़कियां, 79.5% प्रतिशत लड़के और 83.3% ट्रांसजेंडर पास हुए हैं। इस बार 10 रीजन में सीबीएसई की परीक्षाएं हुई थीं। इनमें त्रिवेंद्रम (98.2 प्रतिशत) टॉप पर रहा। चेन्नई (92.3 प्रतिशत) दूसरे नंबर जबकि दिल्ली रीजन 91.78 प्रतिशत पास के साथ तीसरे नंबर पर रहा। केंद्रीय विद्यालय का रिजल्ट 98.54 फीसदी रहा है। दूसरे नंबर पर जवाहर नवोदय विद्यालय का रिजल्ट रहा है। लड़कों के मुकाबले नौ फीसदी ज्यादा लड़कियां पास हुई हैं।