2019 के महासमर से पहले बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो के खिलाफ एक गाना गाने के लिए एफआईआर दर्ज कराई गई है। शिकायत दर्ज कराने वाले शख्स को ममता बनर्जी शासित बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से जुड़ा बताया जा रहा है। आरोप है कि बाबुल के गीत के बोल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अवमानना करने वाले हैं। इस बीच, बंगाल पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शिकायत को एफआईआर में तब्दील कर दिया है। 

दरअसल, मंगलवार दोपहर बाबुल सुप्रियो ने एक ट्वीट किया। इसमें बंगाल में भाजपा के प्रचार गीत की कुछ झलकियां भी अपलोड की गई थीं। 2014 में राजनीति में उतरने से पहले बाबुल सुप्रियो चर्चित बॉलीवुड गायक रहे हैं। यह गीत अमित चक्रवर्ती ने लिखा है। इस गीत के बोल बांग्ला भाषा में हैं। हालांकि इसका अर्थ है कि 'इस बार कमल खिलेगा, बंगाल छोड़ दो तृणमूल'।

इस ट्वीट के कुछ समय बाद ही पश्चिम बर्धमान स्टूडेंट लाइब्रेरी कोऑर्डिनेशन कमेटी नाम से बहुत कम चर्चित संगठन ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी। इसमें आरोप लगाया गया है, 'यह गीत दुर्भावनापूर्ण और प्रकृति में अपमानजनक है। इसमें तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी की छवि को नुकसान पहुंचाया गया है।' शिकायत में भाजपा नेता के खिलाफ तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने की मांग की गई है। 

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बाबुल सुप्रियो ने इस गीत को 12.16  बजे ट्वीट किया। इसके तुरंत बाद उनके खिलाफ तहरीर दी गई। खास बात यह है कि पुलिस ने समय गंवाए बिना इसे एफआईआर में तब्दील कर दिया। हालांकि यह वीडियो सोशल मीडिया के जरिये काफी फैल चुका है। भाजपा की रैलियों में भी इसे गाया जा रहा है। 'माय नेशन' के पास भी एक ऐसा वीडियो उपलब्ध है जिसमें बाबुल सुप्रियो की रैली के दौरान लोग इस गीत को गा रहे हैं। 

टीएमसी का कहना है कि पुलिस 'कानून के मुताबिक' काम कर रही है। भाजपा ने ममता  सरकार पर पुलिस पर दबाव डालने का आरोप लगाया है। इस घटना ने साफ कर दिया है कि बंगाल में भाजपा और तृणमूल के बीच सियासी टकराव किस हद तक बढ़ चुका है। भाजपा का दावा है कि राज्य में भाजपा के बढ़ते जनाधार से ममता बनर्जी घबराई हुई हैं। पिछले साल ममता सरकार ने राज्य में भाजपा की रथ यात्रा को इजाजत देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के हैलीपेड को अंतिम क्षण में बदल दिया गया। बंगाल के पुरुलिया जिले में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टर को उतरने की इजाजत नहीं दी गई। यही नहीं कोलकाता के पुलिस कमिश्नर से शारदा चिटफंड घोटाले के संबंध में पूछताछ के लिए गई सीबीआई की टीम को भी बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यही नहीं ममता बनर्जी इसके विरोध में खुद धरने पर बैठ गईं। हालांकि सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद ममता को धरना स्थल से हटना पड़ा।