रायपुर से संदीप प्रधान की रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी (सीपीसीसी) में अंदरूनी लड़ाई खुलकर सामने आ गई है। कार्पोरेप एजाज धेबार के समर्थकों ने रायपुरी में नए बने राजीव भवन में बृहस्पतिवार को जमकर तोड़फोड़ की। 

पार्टी की ओर से रायपुर (दक्षिण) से भाजपा के मौजूदा विधायक बृजमोहन अग्रवाल के खिलाफ कन्हैया अग्रवाल को टिकट दिया गया है। धेबार के समर्थक इसका विरोध कर रहे हैं। धेबार इस सीट से चुनाव लड़ना चाह रहे थे। पार्टी द्वारा अनदेखी किए जाने से नाराज धेबार के समर्थनों ने राजीव भवन में जमकर उत्पात मचाया। वहां फर्नीचर और गमले तोड़ दिए गए। 

राजीव भवन में तोड़फोड़ की सूचना मिलने के बाद पांडरी, कोटवाली और सिविल लाइन पुलिस स्टेशन से पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा तथा स्थिति को काबू में किया। 

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खास बात यह है कि धेबार को रायपुर की एक स्थानीय अदालत ने कुछ समय पहले एक लंबित वारंट मामले में जेल भेज दिया था। यह वारंट 2010 में हुई एक घटना के मामले में लंबित था। हालांकि सेशन कोर्ट ने कांग्रेस नेता को जमानत दे रखी थी।  

पुलिस सूत्रों के अनुसार, हाल ही में रायपुर पुलिस ने लंबित वारंट के पालन के लिए एक ड्राइव चलाई थी। इस पर धेबार ने मामले में जमानत के लिए अपील करते हुए रायपुर में निचली अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। अदालत ने धेबार को जमानत देने से इनकार करते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। 
 
धेबार मौलाना अब्दुल रऊफ वार्ड से पार्टी के कार्पोरेटर हैं। वह रायपुर म्युनिसिपल कार्पोरेशन में मेयर परिषद के सदस्य भी हैं। राजीव भवन में हुई घटना को लेकर कांग्रेस की ओर से कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है। इससे पहले, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी के राज्य प्रभारी पीएल पूनिया के ऑफिस के दरवाजे तोड़ दिए थे।