इस बात का खुलासा नेशनल काउंटर इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी सेंटर के निदेशक विलियम एवानीना ने किया है। अमरीकी खुफ़िया एजेंसी ने दावा किया है कि चीन, रूस और ईरान इस साल होने वाले अमरीकी राष्ट्रपति चुनावों को प्रभावित करने की साजिश कर रहे हैं।
नई दिल्ली। इस साल नवंबर में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं और इन चुनावों में अमेरिका राष्ट्रपति एक बार फिर इस पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं अमेरिका में ट्रंप को सत्ता में वापसी से रोकने के लिए चीन, रूस और ईरान अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप कर रहे हैं।
इस बात का खुलासा नेशनल काउंटर इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी सेंटर के निदेशक विलियम एवानीना ने किया है। अमरीकी खुफ़िया एजेंसी ने दावा किया है कि चीन, रूस और ईरान इस साल होने वाले अमरीकी राष्ट्रपति चुनावों को प्रभावित करने की साजिश कर रहे हैं। असल में चीन और ईरान काफी डरे हुए हैं और उनका लगता है कि अगर ट्रंप फिर से अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए तो इन दोनों की आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है और अमेरिका इन दोनों देशों पर आर्थिक प्रतिबंध लगा सकते हैं।
एवानीना ने कहा है कि विदेशी ताक़तें अमरीका में वोटिंग को प्रभावित करने की साजिश कर रही है और चुनावों में अधिक प्रभाव डालने वाले तौर तरीकों का प्रयोग कर रहे हैं। ये देश अमरीकी मतदाताओं की प्राथमिकताओं को प्रभावित करने कोशिश कर रहे हैं। ये देश साजिश कर रहे हैं कि अमरीकी नागरिकों मेंलोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति अविश्वास पैदा किया जाये। फिलहाल चीन और अमेरिका में रिश्ते खराब होते जा रहे हैं अमेरिका चीन पर प्रतिबंध लगा रहा है।
वहीं अब चीन चाहता है कि राष्ट्रपति ट्रंप दोबारा चुनाव ना जीत पाएं क्योंकि अगर ट्रंप जीतते हैं तो चीन को आर्थिक तौर पर बड़ा नुकसान होगा। जबकि ईरान चाहता है कि अमरीका को कमज़ोर किया जाए और वह राष्ट्रपति ट्रंप को कमज़ोर देखना चाहता है। इसके साथ ही ईरान अमरीका-विरोधी सामाग्री इंटरनेट पर डाल रहा है। ताकि अमेरिका में रह रहे मुस्लिम प्रभावित हो सके।
Last Updated Aug 8, 2020, 2:57 PM IST