लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पांच फरवरी से नौ फरवरी के बीच हो रहे डिफेंस एक्सपो में चीन में फैले कोरोना वायरस का साया पड़ता दिख रहा है। इस एक्सपो में अब चीनी प्रतिनिधिमंडल हिस्सा नहीं लेंगे।  

हालांकि इससे पहले ये कहा जा रहा था कि चीनी प्रतिनिधिमंडल समारोह में भाग लेगा और सभी सदस्य एक मेडिकल स्क्रीनिंग प्रक्रिया से गुजरेंगे। लेकिन अब चीनी प्रतिनिधिन मंडल को इससे  बाहर कर दिया गया है। लखनऊ में पांच फरवरी से इस एक्सपो की शुरूआत हो रही है। इस एक्सपो के जरिए यूपी सरकार राज्य में डिफेंस उपकरणों को शुरू करने के लिए निजी और सरकारी क्षेत्र के कंपनियों को आकर्षित कर रही है। माना जा रहा है कि यूपी के बुंदेलखंड इलाके में कई डिफेंस कंपनियां निवेश कर सकती हैं। गौरतलब है कि चीन में इस वायरस के कारण 400 से अधिक लोगों की मौत हो गई हैं और 15 हजार से ज्यादा लोग अभी जिंदगी और मौत से जूझ रहे है।

केंद्रीय रक्षा सचिव अजय कुमार ने शुक्रवार को कहा था, "हम कोरोनोवायरस के बारे में जानते हैं। हमने आवश्यक व्यवस्था की है। हम मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करेंगे। सचिव ने कहा कि डेफिेंस एक्सपो 2020 में भाग लेने के लिए पंजीकृत कंपनियों की संख्या 1,000 तक पहुंच गई है। इस वर्ष 165 विदेशी कंपनियां इस आयोजन में भाग लें रही हैं। एक्सपो के दौरान रक्षा विनिर्माण और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण से जुड़े कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।

इसका उद्घाटन पीएम नरेन्द्र मोदी करेंगे। यूपी सरकार को उम्मीद है कि इससे राज्य में बड़ा निवेश होगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा। हालांकि इससे पहले ही योगी सरकार ने बुंदेलखंड में डिफेंस कॉरिडोर बनाने का ऐलान किया था। जिसके तहत राज्य सरकार कंपनियों को कई तरह की रियायतें दे रही हैं। वहीं एक्सपो के जरिए विदेशी निवेश को भी आकर्षित किया जा रहा है।