तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी ने अपनी जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा था कि इस मामले में पीएमओ की सहमति से ही फैसला लिया गया था।
अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले के दलाल क्रिश्चियन मिशेल को भारतीय एजेंसियां दुबई से प्रत्यर्पित कराकर भारत ले आई हैं। कोर्ट ने मिशेल से पूछताछ के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो को पांच दिन का समय दे दिया है। अब जांच एजेंसी का पूरा फोकस मिशेल की कथित डायरी में लिखे उन शब्दों को डिकोड करने पर होगा, जिन्हें कुछ राजनेताओं के नामों से जोड़ा जा रहा है। क्रिश्चियन मिशेल की डायरी में 'AP', 'FAM', 'DS' जैसे नाम कोड में लिखे हैं। सूत्रों की मानें तो सीबीआई जल्द से जल्द मिशेल का बयान दर्ज कर कुछ बड़े लोगों को पूछताछ के लिए बुला सकती है।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई मिशेल से कथित तौर पर हाथ से लिखे इस नोट के बारे में पूछताछ करेगी। इन्हें मिशेल से रिश्वत लेने वाले नौकरशाहों और कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं का कूट नाम बताया जा रहा है। आरोप हैं कि वायुसेना के लिए वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की खरीद का फैसला सामूहिक तौर पर लिया गया। इसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री का कार्यालय भी शामिल था। इस मामले में गिरफ्तार किए गए तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी ने अपनी जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा था कि इस मामले में पीएमओ की सहमति से ही फैसला लिया गया था। हालांकि अभी तक मिशेल का कहना है कि जो कथित नोट बरामद हुआ है वह उसका नहीं है। वह यह भी नहीं जानता है कि उसमें कोड में क्या लिखा हुआ है।
13 नाम लिखे हैं कोड वर्ड में
मिशेल के पास से मिले नोट में 13 नाम कोड वर्ड में लिखे गए हैं। इन्हें 'Bur', 'Pol' और 'All'कैटेगिरी में लिखा गया है। तीनों कैटेगिरी में क्रमशः 6, 2 और पांच लोगों को नाम हैं। इन्हें रक्षा मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों, शीर्ष कांग्रेस नेताओं, मंत्रियों और ब्यूरोक्रेट्स का कोड नाम माना जा रहा है। इस नोट में हर कॉलम में यूरो में भुगतान का भी जिक्र है। सरसरी तौर पर देखने पर समझा जा सकता है कि यह रकम क्रिश्चियन मिशेल द्वारा मंत्रियों, ब्यूरोक्रेट्स को दी गई।
त्यागी कोर्ट में कह चुके हैं पीएमओ की सहमति से हुआ फैसला
इस मामले में सीबीआई वायुसेना के तत्कालीन प्रमुख एसपी त्यागी को गिरफ्तार कर चुकी है। त्यागी ने कोर्ट में कहा था, 'यह मेरा व्यक्तिगत नहीं बल्कि सामूहिक फैसला था। इस फैसले में पीएमओ भी शामिल था।' सीबीआई की पहली कोशिश धारा 164 के तहत मिशेल का बयान दर्ज करने की होगी, ताकि इससे अपना केस मजबूत किया जा सके। संभव है कि केंद्रीय एजेंसी मिशेल के बयान के आधार पर कुछ लोगों को पूछताछ के लिए बुला सकती है।
2017 में सीबीआई दर्ज कर चुकी है चार्जशीट
इस मामले में सीबीआई ने 2017 में चार्जशीट दायर की थी, इसमें एसपी त्यागी और दूसरे आरोपियों का नाम था। डेप्यूटी एयर चीफ के पद से रिटायर हुए एयर मार्शल जेएस गुजराल उस समय खरीद प्रक्रिया के इंचार्ज थे। इसमें अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व सीईओ पर धोखाधड़ी, साजिश और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं।
कुछ राजनेताओं से भी पूछताछ संभव
सीबीआई मिशेल के बयान के आधार पर इस मामले में एक और चार्जशीट दायर कर सकती है। ऐसी संभावना है कि सीबीआई कुछ कांग्रेस नेताओं और नौकरशाहों को पूछताछ के लिए बुला सकती है। पूर्व में ये लोग सीधे कोई साक्ष्य न होने के चलते बच निकले थे। इस मामले में सीबीआई को मिला नोट काफी महत्वपूर्ण साक्ष्य माना जा रहा है। सीबीआई ने दिल्ली कोर्ट में कहा कि मिशेल ने दो कंपनियों की बदौलत 12 सौदों में घुसपैठ की।
Last Updated Dec 5, 2018, 7:17 PM IST