पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के आईएएनएस विराट की यात्रा पर देशभर में बवाल मचा हुआ है। बीजेपी का आरोप है कि राजीव गांधी ने विराट को प्राइवेट टैक्सी तरह अपनी छुट्टियों के लिए इस्तेमाल किया तो कांग्रेस का कहना है कि वह सरकारी यात्रा पर थे। इसके लिए कांग्रेस तर्क भी दे रही है। लेकिन अब कांग्रेस के सबसे करीबी माने जाने वाले पूर्व नौकरशाह वजाहत हबीबुल्ला ने साफ किया है कि उस वक्त राजीव गांधी ने लक्षद्वीप की यात्रा की थी और वह छुट्टी पर आए थे। उसके साथ उनकी पत्नी सोनिया गांधी भी थी।

हबीबुल्ला को कांग्रेस का सबसे करीबी नौकरशाह माना जाता है। जम्मू कश्मीर कैडर के आईएएस हबीबुल्ला यूपीए की सरकार के दौरान कई सरकारी विभागों में अहम पदों पर रहे और बाद में कांग्रेस सरकार ने उन्हें देश के पहले केन्द्रीय मुख्य सूचना आयुक्त के पद पर नियुक्त किया। जब देश में राजीव गांधी और उनके परिवार द्वारा नौसेना के युद्धपोतों के व्यक्तिगत इस्तेमाल पर विवाद गर्माया है तो उनके तथ्य काफी अहम हो गए हैं।

क्योंकि हबीबुल्ला उस वक्त लक्ष्यदीप के प्रशासक थे और वह पूर्व आईएएस अफसर हैं। एक टीवी चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि राजीव गांधी उस वक्त अपनी निजी यात्रा पर आये और उनसे साथ सोनिया गांधी भी। वह कुछ दिन वहां पर रूके थे। पूर्व नौकरशाह ने माना कि राजीव गांधी आईएएस युद्धपोत पर भी गए थे, क्योंकि वह उनकी सुरक्षा के लिए समुद्र में खड़ा किया गया था। यानी इससे इस बात की पुष्टि होती है कि राजीव गांधी आईएएस विराट में गए।

जो खबर आ रही हैं उसके मुताबिक सन् 1987 दिसंबर में लक्षद्वीप के बनग्राम में राजीव गांधी और उनके परिवार ने छुट्टियां मनाई थी। तब उनके साथ सोनिया गांधी भी थी। जो खबरें आ रही हैं उसके मुताबिक राजीव और सोनिया के साथ सोनिया गांधी की मां, बहन-बहनोई और उनके बच्चे भी मौजूद थे। पीएम नरेन्द्र मोदी ने राजीव गांधी पर आरोप लगाया है कि कि उन्होंने भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस विराट का इस्तेमाल टैक्सी के तरीके से किया।