हिमाचल प्रदेश में किन्नौर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मनाली, रोहतांग और लाहौल स्पीति में लगातार बर्फबारी जारी है। जिसकी वजह से दिल्ली, चंडीगढ़ और आस पास के इलाकों में ठंड बढ़ गई है।

लाहौल-स्पीति, बारालाचा, डुंडीं, कोकसर, पैटसियो, रोहतांग दर्रा, चंबा के पांगी और भरमौर सहित धौलाधार की ऊंची चोटियों में कई दिनों से रुक-रुक बर्फबारी हो रही है।  

बर्फबारी से हिमाचल और कश्मीर में शीतलहर चलने लगी है। शिमला में तो मंगलवार की रात बारिश भी हुई। मनाली और लाहौल घाटी के कुंजुम दर्रे सहित चोटियों में हिमपात हुआ है। 

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अफगानिस्तान-पाकिस्तान यानी पश्चिम से आने वाली हवाएं ऊपरी स्तर पर चक्रवात लेकर पश्चिमी हिमालय से होती हुई जम्मू-कश्मीर सहित देश के उत्तरी हिस्सों में नमी लेकर आती हैं। 

इसके कारण हरियाणा, पंजाब सहित आसपास के क्षेत्रों में तो प्रेशर सिस्टम बनता है। इससे ठंडक होने के साथ-साथ धुंध बढ़ने लगती है।  

रोहतांग पास बंद होने से लाहौल घाटी आने वाले 200 से ज्यादा लोग मनाली में फस गए हैं। लोगों का आरोप है कि रोहतांग सुरंग से होकर जाने के लिए प्रशासन की ओर से सहयोग नहीं मिल रहा है। 

रोहतांग दर्रा फिलहाल वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है। इसकी वजह से लाहौल घाटी पांच माह के लिए बाकी दुनिया से कट गई है।

ऊंचे क्षेत्रों में हो रही हल्की बर्फबारी से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग ने बताया है कि 15 नवम्बर तक पूरे उत्तर भारत में मौसम खराब बना रहेगा। 15 नवंबर के बाद आसमान साफ होने का अनुमान है।