रेप की शिकार हुई केरल की नन ने ईसाई धर्म के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप से शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित नन ने अपनी शिकायत वेटिकन सिटी में पोप के एंबेसडर को पत्र लिखकर दर्ज कराई है। इस पत्र में पोप से तुरंत दखल की मांग की गई है। 7 पेजों के अपने पत्र में पीडित ने लिखा है कि, बिशप ने अपने पैसे और राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल इस केस को दबाने के लिए किया है।

बिशप मुलक्कल ने साल 2014 से 2016 के बीच उसका शारीरिक उत्पीड़न किया। साथ ही यह भी बताया कि वह किस-किस के पास मदद के लिए गई, लेकिन उसकी मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आया। पीड़िता ने पोप से इस मामले में दखल देकर न्याय की गुहार लगाई है। 

उधर बिशप के खिलाफ केरल के कोच्चि में ईसाई ननें सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रही हैं। यह सभी जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं।

बिशप फ्रैंको पर रेप का आरोप है। आरोपी बिशप को गिरफ्तार किए जाने की मांग को लेकर ढेर सारी नन सड़क पर उतर आईं। ज्वाइंट क्रिश्चियन काउंसिल द्वारा बुलाए गए प्रदर्शन में बहुत सी नन्स ने हाईकोर्ट जंक्शन बस स्टेशन पर धरना दिया।

बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर पहले से ही रेप का आरोप है। शुक्रवार को तीन और ननों ने उनपर यौन उत्पीड़न और गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया था। बिशप पर आरोप है कि उसने अपने पद का दुरुपयोग किया और कई बार महिलाओं को जबरन स्पर्श किया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामले में जांच कर रही एसआईटी भागलपुर के बिशप कुरियन वालियाकांडातिल से भी पूछताछ करेगी।

फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ शिकायत करने वाली महिलाओं ने शुक्रवार को हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कहा कि सत्ताधारी लोगों से संपर्क के चलते बिशप को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।